मनसुख हिरेन मौत मामला:सबूत की तलाश में NIA वझे को मीठी नदी ले गई, 12 गोताखोरों को पानी में उतारा; नदी से 2 कम्प्यूटर CPU, लैपटॉप और 2 नंबर प्लेट मिलीं

मुंबई28 मार्च

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर से बरामद विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) रविवार को मामले में मुख्य आरोपी मुंबई पुलिस के सस्पेंड असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर (API) सचिन वझे को बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में मीठी नदी के पुल पर ले गई।

दरअसल, NIA को इस बात का शक था कि एंटीलिया और मनसुख हिरेन की मौत से जुड़े कुछ सुराग नदी में फेंके गए हैं। इन्हीं सबूतों की तलाश में NIA ने 12 गोताखोरों को नदी में उतारा। गोताखोरों ने नदी से दो कंप्यूटर CPU, दो नंबर प्लेट, एक लैपटॉप और अन्य सामना बरामद किए।

वहीं NIA सूत्रों ने बताया कि कुछ सबूतों से वझे का सामना कराया गया। पूछताछ के बाद उसने स्वीकार किया कि मामले से जुड़े अहम साक्ष्य मीठी नदी में फेंक दिए गए थे। जांच एजेंसी के मुताबिक, ये सारी चीजें एंटीलिया और मनसुख हिरेन केस से जुड़ी हैं।

गोताखोरों ने ढूंढ निकालीं नंबर प्लेट
गोताखोरों ने नदी से नंबर प्लेट भी ढूंढ निकालीं। दोनों प्लेट्स पर एक ही नंबर MH02FP1539 लिखा हुआ है। ये नंबर एंटीलिया और मनसुख केस में उपयोग में लाई गई किसी कार की हो सकती हैं। बता दें कि NIA ने अब तक वझे से पांच कारें बरामद की हैं। एंटीलिया के पास खड़ी स्कॉर्पियो से भी कुछ नंबर प्लेट मिले थे। इनमें से कई नंबर मुकेश अंबानी की सुरक्षा में तैनात सरुक्षाकर्मियों के वाहनों से मिलती-जुलती पाई गई थीं।

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