चांडिल SDO रंजीत लोहरा ने किया स्वतंत्रता सेनानी का अपमान ,आदिवासी कुड़मी समाज में गहरा असंतोष: SDO ने स्थिति स्पष्ट की

Chandil 22 March : चांडिल SDO रंजीत लोहरा ने किया स्वतंत्रता सेनानी का अपमान, सरकारी दस्तावेज पर लिख दिया “फर्जी रघुनाथ महतो” .इसके खिलाफ कुड़मी सेना ने प्रदर्शन किया.
आज आदिवासी कुड़मी समाज के केंद्रीय प्रवक्ता हरमोहन महतो और कुड़मी सेना झारखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष बिशाल चंद्र महतो के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल चांडिल अनुमंडल कार्यलय ìमें अनुमंडल अधिकारी रंजीत लोहरा से वार्ता करने पहुंचा था।
आदिवासी कुड़मी समाज के केन्द्रीय प्रवक्ता हरमोहन महतो की फ़ोन पर उनसे बातचीत हुई. उन्होंने कहा कि वे कार्यालय के कार्य से रांची में है। एसडीओ ने कल 23 मार्च अपने कार्यालय में सुबह 11 बजे कुड़मी प्रतिनिधियों से वार्ता करने पर सहमति दी। इस दौरान हरमोहन महतो ने लोगों से अपील की कि कल,
गुरुवार को सभी समाज के लोग चांडिल अनुमंडल कार्यालय पहुंचे। इस दौरान कुड़मी समाज के लोगों ने चांडिल अनुमंडल कार्यालय के समक्ष अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा के खिलाफ नारेबाजी की और राज्य सरकार से एसडीओ रंजीत लोहरा के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
विदित हो कल 21 मार्च को अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा ने कार्यालय आदेश जारी कर नीमडीह के घुटियाडीह में मनाए गए स्वतंत्रता सेनानी शहीद रघुनाथ महतो को फर्जी करार दिया है. इस तरह से एसडीओ रंजीत लोहरा ने रघुनाथ महतो को मानने तथा पूजने वाले लोगों को आहत किया है। एसडीओ रंजीत लोहरा ने कार्यालय आदेश पर स्पष्ट रूप से “फर्जी रघुनाथ महतो” लिखा है। नीमडीह के घुटियाडीह में आयोजित रघुनाथ महतो जयंती के कार्यक्रम में आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा नीमडीह थाना प्रभारी को आदेश जारी किया है। उक्त पत्र के सार्वजनिक होने के बाद लोग एसडीओ रंजीत लोहरा के खिलाफ सोशल मीडिया पर बयानबाजी कर रहे हैं और विरोध जता रहे हैं। विशेष रूप से कुड़मी समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
बिशाल महतो ने कहा कि देश के सर्वप्रथम स्वतंत्रता सेनानी एवं चुआड़ विद्रोह के महानायक शहीद रघुनाथ महतो को चांडिल एसडीओ द्वारा निर्गत पत्र में शहीद रघुनाथ महतो को फर्ज़ी लिखा गया है। एक सरकारी पदाधिकारी द्वारा देश के सर्वप्रथम स्वतंत्रता सेनानी को अपमानित किया गया है जो कुड़मी सेना बर्दाश्त नही करेगी। वे जल्द से जल्द लिखित रूप में माफी मांगे अन्यथा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
कुड़मी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेन्द्र महतो ने कहा कि ऐसे सरकारी पदाधिकारी को सरकार तत्काल बर्खास्त करें।
जब उनकी जयंती पर लाखों लोगों ने एवं झारखण्ड, बंगाल और देश भर के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने श्रद्धांजलि दी तो एसडीओ द्वारा इस तरह का कार्यालय आदेश निकालना शहीदों के प्रति असम्मान दिखाता है। कुड़मी समाज द्वारा एसडीओ रंजीत लोहरा के विरुद्ध देशद्रोह का मुकदमा दायर किया जाएगा और राज्य सरकार से उन्हें नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की जाएगी।

इस मौके पर संजय महतो, देवाशीष महतो, देवदीप महतो, विकाश महतो, बिष्णु देव महतो, जय प्रकाश महतो, शजय महतो, प्रशांत महतो, रक्षित महतो, पीडी महतो, बिजय महतो, प्रवीण महतो, केडी महतो एवं भारी संख्या से समाज के लोग उपस्थित थे।

कल 21 मार्च को एसडीओ रंजीत लोहरा के आदेश उस पत्र “फर्जी रघुनाथ महतो” का हवाला देते हुए नीमडीह पुलिस घुटियाडीह गांव पहुंची थी। पुलिस द्वारा मौखिक रूप से आयोजकों को रघुनाथ महतो की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देने तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम को रद्द करने की चेतावनी दी थी। बताया जा रहा है कि नीमडीह पुलिस द्वारा रघुनाथ महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने पर आयोजकों तथा अतिथि आजसू नेता हरेलाल महतो के ऊपर एफआईआर दर्ज करने की चेतावनी दी गयी थी। हालांकि, पुलिस की चेतावनी का असर आयोजकों तथा आजसू नेता हरेलाल महतो पर नहीं पड़ा। सभी ने बड़े ही धूमधाम से रघुनाथ महतो की
आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। घुटियाडीह में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ, जहां उपस्थित पद्मशी छूटनी महतो, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस, आजसू नेता हरेलाल महतो आदि जनसभा को संबोधित किया.
SDO ने जारी किया स्पष्टीकरण
देर शाम विवाद के मद्दे नजर SDO ने एक वीडियो जारी कर अपना स्पष्टीकरण दिया और कहा कि उन्होंने समारोह के प्रतिवाद में दिए गए एक आवेदन पर उक्त निर्देश जारी किया न कि रघुनाथ मुर्मू को फर्जी बताया, तथापि अगर लोगों की भावना आहत हुई तो वह क्षमा मांगते हैं. SDO के इस प्रकार सामने आकर स्थिति स्पष्ट करने के बाद विवाद का पटाक्षेप अपेक्षित है.

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