उम्मीदों का पिटारा 2021.

इसी बहाने
रतन जोशी

गुजरे साल ने दुनिया को बहुत कुछ दिखा दिया 7 लेकिन अब नए साल मे फिर उम्मीद बंधी है कि सब कुछ सम्भल जाएगा 7कोरोंना का नया टीका आने की खुशखबरी मिली है ा इसलिए लगता यही है कि जिस कोरोंना से पूरी दुनिया खौफजदा थी उससे राहत मिलेगी 7 और अर्थव्यवस्था से चौपट हो चुके उद्योग धंधों को भी लेखा जोखा करने का वक़्त मिलेगा 7 नए साल 2021 मे उम्मीदों का पिटारा भरा हुआ है कौन इसका किसका फायदा लेगा, यह उसकी बुद्धिमानी पर निर्भर करता है. मसलन कई राज्यों ने स्कूल में पहले की भाँति पढ़ाई शुरू कर दी है उनकी देखा देखी दूसरे राज्यों का भी होंसला बढ़ेगा 7 कोरोंना की चुनौती से मुकाबला करने के लिए सरकार ने कई नए अस्पताल बनाए, उनका अब उपयोग तो होना ही है7 अधिक से अधिक ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है हालाँकि कुछ राज्यों में सतर्कता बरती जा रही है 7इसी तरह कोरोंना ने जो सबक सिखाया लोग संकोच से ही सही पालन तो करेंगे ही 2021 सबके लिए शुभ हो हर कोई यही चाहता है अपन भी यही चाहते है कि 2021 मे कोई महामारी फिर से सामने ना आ जाए 7 बाजार और मॉल खुलने ही लगे हैं 7 जाहिर है कि सरकार की हर परिस्थिति पर पैनी नजर है 7 पलायन करने वाले मजदूरों को भी आत्मनिर्भरता के तहत उनके गाँव शहर मे बसाया जा रहा है, जाहिर है इससे उनका दर्द कम होगा 7 2021 उम्मीदों का पिटारा लिए हुए आया है तो सरकार भी अपनी रणनीति मे बदलाव लाएगी 7 अगर सरकार सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो स्थितियां बेकाबू होने से इन्कार नहीं किया जा सकता 7 प्रसिद्ध गीतकार गुलजार ने अपने एक गीत मे लिखा भी है ‘आनेवाले कल जानेवाला है’ इसका मतलब है 2021 भी आया है तो जाएगा ही इस मौके का लाभ इस रूप मे लेना चाहिए कि अपनी अधिक से अधिक उम्मीदों को पूरा कर लिया जाए 7 सामाजिक संस्थाओ ने अपनी भूमिका बढ़ चढ़ कर निभाई थी, इसलिए उन्हें भी सावधान रहना चाहिए 7 अपन तो यही उम्मीद करते हैं कि सब भला हो, और सबका भला हो 7 आप भी यही चाहते होंगे, क्यों सही बात है ना…

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