प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत कल, 18 क्षेत्र के कारीगरों को किया जायेगा लाभान्वित

17 सितंबर को सुबह 10 बजे सिदगोड़ा स्थित बिरसा मुंडा टाउन हॉल में किया जाएगा ऑनलाइन शुभारंभ

केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन, स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता और सांसद विद्युत वरण महतो रहेंगे उपस्थित

उप विकास आयुक्त ने कार्यक्रम की तैयारी संबंधित बैठक कर दिया जरूरी दिशा निर्देश, स्थल निरीक्षण कर लिया तैयारियों का जायेजा

समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में उप विकास आयुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लांच संबंधित जिला स्तरीय कार्यक्रम की सभी तैयारी को लेकर बैठक की गयी। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम पीयूष सिन्हा, जिला परिवहन पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जीएम डीआईसी, डीआईओ, जेएनएसी प्रबंधक एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 17 सितंबर को पूरे भारत में 70 स्थानों पर लांच किया जाएगा जिसमें पूर्वी सिंहभूम जिला भी शामिल है। इस अवसर पर सिदगोड़ा स्थित टाउन हॉल में जिला स्तर पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना संबंधित कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमे माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और सूचना और प्रसारण मंत्रालय एल मुरुगन मंत्री बन्ना गुप्ता स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण तथा आपदा प्रबंधन विभाग, सांसद विद्युत वरण महतो आदि शामिल होंगे। साथ ही इस कार्यक्रम में जिला भर के कारीगर शामिल होंगे। प्रधानमंत्री द्वारा राजधानी के द्वारका स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर से इस योजना की शुरुआत की जाएगी। इस कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट सिदगोड़ा टाउन हॉल में जिले भर से आए हुए कारीगरों के बीच किया जायेगा। इसके उपरांत प्रधानमंत्री द्वारा विभिन्न जगहों के कारीगरों से ऑनलाइन माध्यम से सीधा संवाद भी किया जाएगा। सिदगोड़ा स्तिथ कार्यक्रम स्थल में विभिन्न स्टॉल भी लगाया जाएगा जिसमें जिला भर के कारीगरों द्वारा उनके कारीगरी की प्रदर्शनी की जाएगी जो बिक्री के लिए भी उपलब्ध रहेंगे।
बैठक में जिला स्तर पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना संबंधित कार्यक्रम की सभी तैयारियां को लेकर विस्तृत चर्चा की गई जिसमें उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लांच के उपलक्ष में आयोजित सिदगोड़ा टाउन हॉल का कार्यक्रम योजनाबद्ध और निपुण तरीके से किया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि जिले भर से जितने भी कारीगर आ रहे हैं वे सही तरीके से और सुरक्षित रूप से कार्यक्रम स्थल तक पहुंच पाए इसका मुख्य रूप से ध्यान रखा जाए। उन्होंने लाइव टेलीकास्ट, माइक, स्पीकर, जनरेटर आदि को लेकर निर्देश दिया की दोहरी व्यवस्था किया जाए जिससे कि लाइव प्रसारण के क्रम में कोई भी चूक ना हो। उन्होंने टाउन हॉल में एयर कंडीशनर की व्यवस्था को पूर्ण रूप से क्रियाशील अवस्था में रखने का निर्देश दिया ताकि कार्यक्रम में आए हुए कारीगरों व अन्य को किसी प्रकार की कोई भी तकलीफ का सामना न करना पड़े। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान टाउन हॉल परिसर मे एम्बुलेंस और चिकित्सक दल तथा अग्निशमन वाहन व अग्निशमन दस्ता तैनात रहे यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बैठक के उपरांत उप विकास आयुक्त ने सिदगोड़ा टाउन हॉल जाकर टाउन हॉल जाकर वहां की समुचित व्यवस्था व लाइव टेलीकास्ट संबंधित की जा रही सभी तैयारियां का निरीक्षण कर जरुरी दिशा निर्देश दिया। उन्होंने कहा की परिसर में स्वच्छता का खास ख्याल रखा जाए तथा सभी शौचालय साफ व सुचारू रूप में रहे। वाहनों की पार्किंग व्यवस्था को लेकर उन्होंने निर्देश दिया कि बसों, एंबुलेंस, अग्निशमन वाहन इत्यादि की पार्किंग सुनियोजित तरीके से हो जिससे कि किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
पीएम विश्वकर्मा योजना : कारीगरों और शिल्पकारों की पारंपरिक कौशल को मिलेगा बढ़ावा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितंबर को पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ करेंगे. इस योजना का उद्देश्य अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा पारंपरिक कौशल के अभ्यास को बढ़ावा देना और मजबूत करना है. गुणवत्ता के साथ-साथ उनके उत्पादों और सेवाओं की पहुंच में सुधार करना है.
15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन
योजना के तहत लाभार्थियों को 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा. इसके साथ ही लाभार्थियों को 500 रुपये प्रति दिन के स्टाइपेंड के साथ आधारभूत कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा. इसका मकसद कारीगरों के उत्थान, उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने और लाभ प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा ।

इन लोगों को मिलेगा योजना का लाभ
केंद्र सरकार इस महत्वाकांक्षी योजना में 1. बढ़ई (सुथार), 2. नाव निर्माता, 3. अस्त्रकार; 4. ब्लैकस्मिथ (लोहार), 5. हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, 6. ताला बनाने वाला, 7. गोल्डस्मिथ (सुनार), 8. पॉटर (कुम्हार), 9. स्कल्पटर (मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाला), पत्थर तोड़ने वाला, 10. मोची (चर्मकार)/जूता बनाने वाला/फुटवियर कारीगर, 11. मेसन (राजमिस्त्री), 12. टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाला/कॅयर बुनकर, 13. गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), 14. बार्बर (नाई), 15. गारलैंड मेकर (मालाकार), 16. वाशरमैन (धोबी), 17. टेलर (दर्जी) और 18. फिशिंग नेट निर्माता को शामिल करेगी.

विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी दी जाएगी
योजना के तहत उन लोगों को 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर मुहैया कराए जाएंगे. योजना के तहत इन कार्यों से जुड़े लोगों के कौशल विकास, बाजार पहुंच और आर्थिक सहयोग पर ध्यान दिया जा रहा है. उन्हें बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग दी जाएगी. डिजिटल लेनदेन में प्रोत्साहन भी दिया जाएगा.

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