कर्मचारियों के लिए खतरे की घंटी, टाटा स्टील से खत्म हो जाएगा नॉन टेक्निकल पद , टीएमएच, स्पोट्र्स, लैंड , मार्केट एंड सेल्स, एकाउंट्स समेत अन्य विभागों पर होगा असर

जमशेदपुर, 16 सितम्बर (रिपोर्टर): आने वाले दिनों में टाटा स्टील में फिलहाल नॉन टेक्निकल पद पर कार्यरत कर्मचारियों के लिए खतरे की घंटे बज गई है. इसके तहत जो भी कर्मचारी स्टील मेकिंग से जुड़ें रहेंगे यानी टेक्निकल पद पर कर्मचारी है वे ही टाटा स्टील के कर्मचारी होंगे. जो भी नए कर्मचारी कंपनी की ओर से निकाली गई वैंकेसी से बहाल होंगे उन्हें ही पेयरॉल पर रखा जाएगा. आने वाले दिनों में टाटा स्टील में पेयरॉल पर अब 8500 से 9,000 तक कर्मचारी ही रहेंगे.
टाटा स्टील प्रबंधन व टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच सहमति बनी है जिसके तहत यह निर्णय लिया गया है जो आने वाले दिनों मेें नॉन टेक्किल पद पर जो भी कर्मचारी बहाल होंगे उनकी बहाली टाटा स्टील से नहीं होकर टाटा टेक्निकल व टाटा सपोर्ट से होगा. टाटा स्टील में नॉन टेक्निकल पद पर कार्यरत में टीएमएच, स्पोट्र्स, लैंड विभाग, मार्केट एंड सेल्स, एकाउंट्स समेत अन्य विभागों को रखा गया है. फिलहाल इससे जो भी कर्मचारी अभी जुुड़े हुए हैं वे भले ही टाटा स्टील के कर्मचारी हैं लेकिन उनकी सेवानिवृत्ति के बाद जो नए पद पर आएंगे वे टाटा स्टील के पेरॉल पर नहीं रहेंगे. उनकी बहाली भी टाटा टेक्निकल व टाटा सपोर्ट के तहत की जाएगी. फिलहाल टाटा स्टील में नॉन टेक्किल पद पर 4125 कर्मचारी हैं जिनमें 125 जमशेदपुर में व चार हजार कर्मचारी कलिंगानगर में कार्यरत हैं. टाटा स्टील के पेरॉल पर ट्रेड अप्रेंटिस, जूनियर इंजीनियर ट्रेनी, जेट, सुनहरे भविष्य की योजना या जॉब पर जॉब के माध्यम बहाल होंगे वहीं कंपनी के पेरॉल पर रहेंगे.

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