कानपुर में जुमे की नमाज के बाद दो गुटों की भिड़ंत, दंगे जैसे हालात, पुलिस पर पथराव

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कानपुर: कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दो पक्षों के बीच भिड़ंत के बाद दंगे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। दो पक्षों के बीच बाजार बंद कराने को लेकर बवाल हुआ। पुलिस पर दंगाई पथराव कर रहे हैं साथ ही पेट्रोल बम भी फेंक रहे हैं। अब तक 15-16 लोग हिरासत में लिए गए हैं। फिलहाल पुलिस ने हालात काबू में होने का दावा किया।
शुरुआती पथराव के बाद कानपुर के यतीमखाना चौराहा इलाके की गलियों में दंगाइयों की पहचान करने गई पुलिस पर पथराव होने लगा। पुलिस पर छतों से पथराव हुआ। पुलिस ने भीड़ पर पहले लाठीचार्ज किया, फिर पुलिस भी जवाब में पत्‍थर फेंकने लगी। मौके पर वरिष्‍ठ अधिकारी तैनात हैं।
इस मामले की शुरुआत मुस्लिम नेता हयात जफर हाश्मी के बाजार बंद आह्वान से हुई थी। दरअसल, बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मुहम्मद साहब पर टिप्पणी किए जाने से मुस्लिम समाज नाराज था। शुक्रवार को बाजार भी बंद कराए गए। परेड चौराहा पर सैकड़ों लोग इकट्‌ठा हुए थे। दोपहर करीब 3 बजे दो पक्ष के लोग आमने-सामने आ गए। जिसके बाद पथराव शुरू हुआ। इसमें कई लोग घायल हो गए हैं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

राष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री कानपुर देहात में
कानपुर का एक बार फिर से माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया। एक तरफ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कानपुर देहात में हैं। वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार दोपहर परेड के यतीमखाना में दो पक्ष आमने-सामने आ गए। फिर दोनों पक्षों की तरफ से पथराव और हवाई फायरिंग शुरू हो गई। देखते ही देखते पत्‍थर चलने लगे। बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाठी पटक कर बवालियों को खदेड़ दिया। परेड और चमनगंज इलाके को सील कर दिया गया। भारी संख्या में पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया है।

बीजेपी प्रवक्‍ता के बयान पर विवाद
इस पूरे विवाद के पीछे बीजेपी प्रवक्‍ता नुपुर शर्मा का वह कथित बयान बताया जाता है जो उन्‍होंने एक टीवी डिबेट में दिया था। इसके विरोध में शुक्रवार को मुस्लिम संगठन ने बाजार बंद का एलान किया था। जुमे की नमाज के बाद भीड़ इकट्ठा हुई और परेड की तरफ निकल पड़ी। इस दौरान भीड़ ने कुछ लोगों की दुकानें भी बंद कराई थी। जैसे ही भीड़ चंद्रेश्वर हाते के पास पहुंची, तो दूसरे पक्ष ने विरोध करना शुरू कर दिया। इसी दौरान देखते ही देखते दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया।

गोलियां और बम भी चले
परेड और आसपास के लोग समझ पाते कि एक पक्ष की तरफ से गोलियां और बम चलने लगे। काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच बवाल हुआ। कानपुर का फोर्स वीआईपी ड्यूटी में लगा था। जब इसकी भनक पुलिस फोर्स को लगी तो तीन थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। काफी देरतक पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही। इस दौरान कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इसके साथ ही कई लोगों के सिर फट गए।
जब बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स इकट्ठा हुई तो पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू किया। इसके बाद भीड़ इधर-उधर भागने लगी। फिलहाल भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
कानपुर का एक बार फिर से माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया। एक तरफ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कानपुर देहात में हैं। वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार दोपहर परेड के यतीमखाना में दो पक्ष आमने-सामने आ गए। फिर दोनों पक्षों की तरफ से पथराव और हवाई फायरिंग शुरू हो गई। देखते ही देखते पत्‍थर चलने लगे। बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाठी पटक कर बवालियों को खदेड़ दिया। परेड और चमनगंज इलाके को सील कर दिया गया। भारी संख्या में पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया है।

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