बिहार में जहरीली शराब से फिर 7 मौतें: सवाल पूछने पर पुलिस ने पत्रकार के साथ मारपीट की; नीतीश बोले- जो पिएगा, वो मरेगा

छपरा
बिहार के सारण में 7 लोगों की संदिग्ध हालत में मौत हुई है। परिवार वालों का कहना है कि मृतकों ने शराब पी थी। अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। अस्पताल में इलाज के दौरान सभी ने दम तोड़ दिया। इधर पुलिस-प्रशासन मौतों के पीछे की वजह बीमारी बता रहा है। मौत के बाद पुलिस प्रशासन और उत्पाद विभाग ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। इसमें मृतक के घर से 45 फीट की दूरी पर भारी मात्रा में शराब मिली।
इस घटना के बाद रक्षा सूत्र कार्यक्रम के लिए पटना के इको पार्क पहुंचे CM नीतीश कुमार ने कहा कि हम तो पहले से कहते रहे हैं कि शराब बुरी चीज है। जो पिएगा, वो देख ले कि क्या हाल होता है। इधर, सारण में शराब से मौत पर सवाल पूछने पर पुलिस ने एक पत्रकार के साथ मारपीट की है। इसका वीडियो भी सामने आया है।
गरखा थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर पंचायत के औढ़ा गांव में संदिग्ध हालात में एक व्यक्ति की मौत हो गई। बाकी सभी भुवालपुर गांव के रहने वाले थे। मौत के कारणों का खुलासा नहीं सो सका है। लेकिन, ग्रामीणों का आरोप है कि जहरीली शराब के सेवन से युवक की मौत हो गई है। मामला बुधवार की शाम का है। बाकी दो मौतें अलग-अलग गांव में हुई है।
पुलिस के खिलाफ नारेबाजी
मृतक की पहचान गड़खा के मोतीराजपुर निवासी करमुल्लाह खान के 35 वर्षीय पुत्र अलाउद्दीन खान के रूप में हुई है। मौत की सूचना मिलते ही गरखा थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची है। पुलिस मामले को दबाने के साथ तबीयत खराब होने पर मौत की बात कर रही थी। इस दौरान ग्रामीण अचानक से आक्रोशित हो गए। पुलिस से सामने विरोध में नारेबाजी करते हुए विरोध करने लगे।

इसके बाद पुलिस गांव से निकल वरीय पदाधिकारी को सूचित किया गया। कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गई है। छापेमारी में मृतक रामजीवन राम के घर से 45 फीट की दूरी पर खेत और जमीन में छिपाकर रखे गए दो बोरा शराब जब्त किए गए है। जिसकी मात्रा 50 लीटर है। गरखा थाना अध्यक्ष रामसेवक रावत, सीओ मोहम्मद जौवाद आलम, सदर एसडीपीओ मुनेश्वर प्रसाद सिंह, पहुंच मामले के जांच मे जुटे हुए हैं। मरने वालों में 6 लोग एक गांव मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुवालपुर के रहने वाले है।

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