डोर-टु-डोर वैक्सीनेशन की अनुमति,जो लोग सेंटर पर नहीं जा सकते उन्हें घर जाकर दिया जाएगा टीका, नई गाइडलाइंस जारी

दिल्ली

सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए डोर-टु-डोर वैक्सीनेशन की अनुमति दे दी है। इसके लिए गाइडलाइंस भी जारी कर दी गई है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि हम उन लोगों के लिए घर पर टीकाकरण शुरू कर रहे हैं, जो सेंटर पर जाने में सक्षम नहीं हैं। इसके लिए एडवाइजरी जारी की गई है। आदेश में कहा गया है कि वैक्सीनेशन सेंटर पर जाने में अक्षम लोगों को टीका लगाना सुनिश्चित किया जाए। सभी राज्य और केंद्रशासित राज्य इसके लिए खास इंतजाम करें।
कोरोना के नए मामलों में लगातार गिरावट
देश में कोरोना के नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। पिछले 24 घंटे में देश में लगभग 31 हजार लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि जिस रफ्तार से मरीजों में कमी होनी चाहिए उस रफ्तार से नहीं हो रही है। इसका मतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। नए मामलों में ज्यादातर केरल और महाराष्ट्र में मिल रहे हैं।

23% आबादी को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगे
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि लगातार 12वें हफ्ते वीकली पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है। यह 3% से भी कम है। देश में रिकवरी रेट 97.8% हो गया है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में वैक्सीनेशन पर जबरदस्त काम हुआ है। इस वजह से 18+ आबादी के 66% हिस्से को कोरोना का कम से कम एक डोज लग चुका है। 23% को दोनों डोज लग गए हैं।

6 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने अपनी 100% आबादी को पहला डोज लगा दिया है। इनमें लक्षद्वीप, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और सिक्किम शामिल हैं। 4 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 90% से ज्यादा आबादी को पहला डोज लगाया गया है। इनमें दादरा और नगर हवेली, केरल, लद्दाख और उत्तराखंड हैं।

एक्टिव केस भी घटे
राजेश भूषण ने बताया कि एक्टिव केसों की संख्या भी घटी है। इस वक्त देश में तीन लाख एक्टिव केस हैं। इनमें 1 लाख से ज्यादा केरल में और 40 हजार से ज्यादा महाराष्ट्र में हैं।

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