Inspirational Positive Story : मानव सेवा में 24×7 तत्पर एएनएम सुबोधिनी बेरा : DC ने की तारीफ


घाटशिला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र काराडूबा में 1 साल में अकेले कराया 397 डिलीवरी

Jamshedpur,11 April : लोक कल्याण के लिए अपने गृहस्थ जीवन का त्याग कर 24 घंटे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र काराडूबा, दामपाड़ा क्षेत्र में रहते हुए चिकित्सकीय सुविधा मुहैया करा रही एएनएम सुबोधिनी बेरा क्षेत्र के लोगों के लिए ईश्वरीय वरदान है। इन्होंने विगत 1 साल में 397 डिलीवरी करवाया ।

एएनएम सुबोधिनी बेरा पिछ्ले कई सालों से 24 घंटे स्वास्थ्य केंद्र में रहते हुए जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवा दे रही हैं जिसके चलते लोग उन्हें ईश्वरीय वरदान मानते हैं । दूर दराज़ से इस प्राथमिक केंद्र, कड़ादुबा में डिलीवरी कराने आने वाले ग्रामीण कहते हैं कि एक निजी अस्पताल में डिलीवरी करवाने में अधिक पैसे सिक्योरिटी मनी के रूप में लिया जाता है, दवाइयां भी अलग खरीदनी पड़ती या ज़्यादातर सीजेरियन जैसी परिस्थति से गुज़ारना पड़ता हैं,जबकि कड़ादुवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आई हुई किसी गर्भवती महिला को शायद ही ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ती है।

एएनएम सुबोधिनी बेरा के सेवाभाव उनके अनुभवों का पूरा लाभ दामपाड़ा क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को मिलता है। जब सुबोधिनी बेरा से यह पूछा गया कि क्या उन्हें अपने घर जाने, अपने परिवार के बीच समय बिताने का मन नहीं होता तो उन्होंने कहा इस क्षेत्र में यह केंद्र एकमात्र आपात इलाज का साधन है, आधी रात में या अवकाश के दिन में भी लोग इस स्वास्थ्य केंद्र में आते हैं कि एएनएम तो होगी ही कुछ दवाइयां मिल जाएगी। लोग छोटे बच्चों की बीमारी की दवाइयां भी लेने आते हैं । जिन बच्चों की डिलीवरी उनके द्वारा की गई है उन बच्चों की मदद करने से वे पीछे कैसे हट सकती हैं।

यदि वे अवकाश में चल जाती हैं तो फिर यहां और कोई देखने वाला नहीं है- वे बताती हैं कि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी अपने घर की तरह संभालती हैं ।एक स्वीपर से लेकर सभी चिकित्सकीय सुविधा देने तक काम वे खुद करती हैं और लोग बहुत भरोसे से उनके पास आते हैं। इसी विश्वास के कारण चाहते हुए भी वे अपने परिवार को समय नहीं दे पाती हैं ।उन्होंने बताया कि कभी-कभी ऐसी भी स्थिति आई है कि उन्हें मोमबत्ती /लालटेन की रोशनी में गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी करानी पड़ी है, क्योंकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इनवर्टर/ जेनरेटर की व्यवस्था नहीं है, फिर भी वे अपने तन मन से लोगों की सेवा करने से पीछे नहीं हटती है क्योंकि इससे उन्हें खुशी मिलती है और जब लोग उन्हें कहते हैं कि आप हमारे लिए भगवान का वरदान है तो उन्हें लगता है कि उनका इतना परिश्रम सफल हुआ। इसी वर्ष जुलाई माह में सेवानिवृत्त हो रहीं श्रीमती बेरा को लेकर लोगों का भी कहना है कि सरकार इनकी सेवानिवृत्ति के बाद भी इस सेंटर में उनको रखे क्योंकि इतनी निस्वार्थ भाव से सेवा करना किसी के बस की बात नहीं है।

जच्चा-बच्चा की सुरक्षा को देखते हुए इन्स्टीट्यूशनल डिलीवरी को प्राथमिकता दें तथा प्रशिक्षित व अनुभवी स्वास्थकर्मी की सेवा का लाभ लें- सूरज कुमार, DC,Jamshedpur

उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सूरज कुमार इस एएनएम की कार्यकुशलता की तारीफ करते हुए कहते हैं कि उनकी सेवा भाव से हम सभी को समाज के प्रति सच्ची निष्ठा व तत्परता से कार्य करने की सीख मिलती है । उन्होने ग्रामीणों को सलाह दी कि जच्चा-बच्चा की सुरक्षा को देखते हुए इन्स्टीट्यूशनल डिलीवरी को हमेशा प्राथमिकता दें तथा जिले में कार्यरत प्रशिक्षित व अनुभवी स्वास्थकर्मी की सेवा का लाभ लें ।

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