ईचागढ़ डुमटांङ पथ हूआ गढ्ढे में तब्दील राहगीरो का चलना दुभर

रवि सेन
चांडिल: ईचागढ़ प्रखंड मुख्यालय व सामुदायिक चिकित्सा केन्द्र जाने का एक मात्र विकल्प ईचागढ़ डुमटांङ पथ गढ्ढे में तब्दील हो गया है. लेपाटांढ के कुछ लोगो ने मिलकर खुद गढ्ढों को भरने का बीङा उठाया. ग्रामीण पशुपति बागची ने बताया कि अक्सर बाईक चालक गढ्ढों में गीरकर घायल हो जाता है. एम्बुलेंस से गर्भवती माताओं को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पङता है. सङक का मरम्मती के लिए भी कय वार ग्रामीण विकास विभाग से सम्पर्क किया गया है मगर अभी तक पहल नही किया गया. ग्रामीणों ने बताया कि अब कुछ युवक मिलकर गढ्ढों को भरने का काम किया जा रहा है. पुरे सङक के गढ्ढों मे बारिश का पानी भर गया है जिससें सङक दीख ही नही रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि रात का अंधेरा में गढ्ढों का पता ही नही चलता जिससे एम्बुलेंस आदि छोटे चक्का वाले वाहन क्षतिग्रस्त हो रहा है और ग्रामीणों को ही निकलकर ठेलठाल कर वाहनों को गढ्ढों से निकालना पङता है. ग्रामीणों ने बताया कि करीब छः वर्ष से गढ्ढे मे तब्दील सङक पर जान जोखिम में डालकर आवाजाही करना पङ रहा है. सैकड़ों वाहन दुर्घटना का शिकार हो चुका है. इस संबंध में प्रशासन के खिलाफ लोगों का आक्रोश देखा जा रहा है.

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