सुखद खबर- टीएसडीपीएल का 60 करोड़ से होगा विस्तारीकरण, सीआर प्लांट में तीसरी यूनिक लाईन भी दो माह में होगी तैयार

जमशेदपुर, 13 अगस्त (रिपोर्टर) : टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम प्रोडक्ट लिमिटेड (टीएसडीपीएल) का विस्तारीकरण किया जा रहा है। कोविड-19 को लेकर जहां अन्य कंपनियों में कामगारों को बैठाया गया है, कितनी की नौकरी चली गई है इसी बीच टीएसडीपीएल में 60 करोड़ का नया प्रोजेक्ट पर काम होना शहरवासियों के लिए सुखद है। इसके अलावा यहां दो माह के अंदर टीएसडीपीएल के सीआर प्लांट में तीसरा यूनिक लाइन बनकर तैयार हो जाएगा, जो अब तक के सभी लाइन से बेहतर व अत्याधुनिक होगा। इसके निर्माण के बाद कंपनी का उत्पादन में काफी इजाफा होगा।

लाइन बनने से कंपनी में प्रतिवर्ष दो लाख टन उत्पादन बढ़ जाएगा। स्टील के क्वायल की अत्याधुनिक तरीके से कम समय व कम लागत में स्लीटिंग की जाएगी। ग्राहकों की मांग के अनुरुप लोहे की बेहतर तरीके से प्रोसेसिंग हो पाएगी। तीसरी लाइन के लिए विदेशों से मशीनें मंगाई जाएंगी तो यहां पहले दक्ष मजूदरों को काम पर लगाया जाएगा। उक्त जानकारी कंपनी के अंदर कंफ्रेंस रुम में एक विशेष भेंट वार्ता में शुक्रवार को टीएसडीपीएल के सीनियर जीएम ऑपरेशन अश्विनी कुमार ने दी। मौके पर एचआर हेड शेखर झा व यूनियन नेता त्रिदेव सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे।

कलिंगानगर में इसी माह नये प्लांट का श्रीगणेश : अश्विनी कुमार
टीएसडीपीएल तीनों प्लांट के प्रमुख अश्विनी कुमार ने कहा कि कंपनी का भविष्य का उज्जवल है। आने वाले दो साल के अंदर कंपनी का और विस्तार होगा तथा मैनपावर भी बढ़ाया जाएगा। कहा कि टीएसडीपीएल के कलिंगानगर में टाटा स्टील के सहयोग से एक पखवारे के अंदर एक अन्य प्लांट का श्रीगणेश होगा। टाटा स्टील के सीआर प्लांट के साथ मिलकर वहां भी उत्पादन किया जाएगा। वहां का प्रोजेक्ट एक हजार करोड़ से ज्यादा का होगा। 2022 तक वहां भी उत्पादन कार्य शुरू हो जाएगा।

कंपनी को 65 करोड़ का शुुद्ध मुनाफा
टीएसडीपीएल का वित्तीय वर्ष 2019-20 में तीन हजार 600 करोड का टर्न ओवर हुआ है। वहीं कंपनी को बीते साल की अपेक्षा ज्यादा मु नाफा हुआ है। कंपनी को 65 करोड़ का शुुद्ध मुनाफा हुआ है।

टीएसडीपीएल ने खोले रोजगार के अवसर
टीएसडीपीएल के विस्तारीकरण के बाद यहां मैनपावर की जरूरत पड़ेगी। जमशेदपुर से लेकर कलिंगानगर तक लोगों को रोजगार मिलेगा। हालांकि पहले वैसे ठेका मजदूरों को काम मिलेगा जो वर्षों से यहां कार्यरत हैं तथा नियोजन परीक्षा में उत्तीर्ण होकर मेडिकल प्रक्रिया पास करेंगे। हालांकि कोरोना को लेकर ठेका मजदूरों को परीक्षा का आदेश नहीं मिल रहा है। जिला प्रशासन के आदेश के बाद यहां ठेका मजदूरों की नियोजन परीक्षा होगी जिसमें करीब 300 ठेका मजदूर हिस्सा लेंगे।

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