Saryu – Raghubar fight : ‘रघुवरवादी ‘ कुछ भी बोलने से बाज आएं : सरयू राय: अब देवेंद्र सिंह सामने आए


युगांतर भारती का दावा : देवेन्द्र सिंह झूठ का पुलिंदा पढ़ रहे

जमशेदपुर : भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह द्वारा युगांतर भारती और ‘आहार’ पत्रिका के प्रकाशन में कथित गड़बडिय़ों के सीबीआई जांच की मांग पर विधायक सरयू राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रघुवरवादी नेता बिना जाने-समझे जुबान खोल रहे हैं. पहले अभय सिंह ने मुझपर आरोप लगाया, अब देवेन्द्र सिंह ने मुझपर आरोप लगाया. विधायक ने कहा कि मैं कल औपचारिक रुप से प्रधानमंत्री और केन्द्रीय गृहमंत्री को लिखित प्रस्ताव भेजुंगा कि रघुवर दास के नजदीकियों द्वारा मुझपर लगाये गये आरोपों की जांच सीबीआई से करा लें.
उन्होंने कहा कि ‘युगांतर भारती’ उनके द्वारा चलाये जानेवाले पर्यावरण संरक्षण अभियानों में विशेषज्ञों और उपकरणों के माध्यम से सहयोग करती है. उन्होंने अपने विधायक मद से कतिपय वस्तुओं की खरीद के लिये उसे निधि प्रदान की है. ऐसा ही सहयोग यशवंत सिन्हा, विद्युत वरण महतो, बीडी राम, निशिकांत दूबे, जेपीएन सिंह (सभी भाजपा सांसद) ने भी ‘युगांतर भारती’ को अपने सांसद निधि से किया है. यह अनुचित है तो रघुवरवादी नेता अपनी जुबान खोलें. ऐसी सहायता अन्य संस्थाओं की भी उन्होंने और अन्य ने किया है जो विधिसम्मत है.
इस संबंध में ‘युगांतर भारती’ के सचिव आशीष शीतल ने बिंदूवार बातें स्पष्ट की. प्रेस को जारी एक बयान में श्री शीतल ने कहा कि विधायक सरयू राय युगान्तर भारती के न कभी कोई पदाधिकारी थे और न हैं. उनके परिवार का भी कोई व्यक्ति युगान्तर भारती में न तो झारखण्ड में, न बिहार और बंगाल में सदस्य है, जहां यह संस्था काम करती है. देवेंद्र सिंह का यह कथन सरासर झूठ है कि युगांतर भारती ने श्री राय के मंत्री रहते समय उनके विभाग से कोई अग्रिम, अनुदान अथवा सहायता ली है.
आशीष शीतल ने बताया कि झारखंड सरकार के निबंधन विभाग ने 30 जुलाई, 2007 को युगांतर भारती को सूचित किया कि युगांतर भारती के झारखंड में नए सिरे से निबंधन की आवश्यकता नहीं है. देवेंद्र सिंह का यह कथन पूर्णत: असत्य है कि मंत्री रहते श्री राय ने युगांतर भारती को अपने विभाग से राशि आवंटित करायी. युगांतर भारती एक तो सरकार से कोई अनुदान नहीं लेती है और दूसरा झारखंड में इसने सरकार का जो भी काम किया है उसके लिए इसका चयन निविदा की पारदर्शी प्रक्रिया से किया गया.
उल्लेखनीय है कि जमशेदपुर विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद भी सरयू राय और रघुवर दास के बीच खींच तान कम नही हुई। भाजपा में रघुवर समर्थक ज़िला नेता एक कर सेनापति की तरह सरयू राय पर हमला करते हैं और श्री राय उन्हें अपने तीखे शब्द बाणों से जवाब देते हैं।

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