नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे वाहनों को फूंक कर पुलिस को चुनौती दे डाली

*नक्सलियों ने पश्चिम सिंहभूम चक्रधरपुर के लांजी में सड़क निर्माण में लगे जेसीबी, हाईवा, ट्रेक्टर, मिक्सर मशीन समेत छह वाहनों को आग लगाकर फूंक डाला है. घटना टोकलो थाना क्षेत्र में बुधवार शाम तक़रीबन चार बजे की बतायी जा रही है. इस घटना से सड़क निर्माण करा रही ठेका कम्पनी को करोड़ों का नुकसान हुआ है.
जानकारी के मुताबिक मौके पर अचानक नक्सलियों का एक समूह आ धमका उसके बाद नक्सलियों ने वहां काम कर रहे मजदूरों को धमकी देकर वहां से भगा दिया फिर पहाड़ी पर सड़क निर्माण में लगे दो जेसीबी, दो ट्रेक्टर, एक हाइवा, एक मिक्सर मशीन को आग लगाकर फूंक डाला.
जानकारी यह भी मिली है की नक्सलियों ने मौके से ठेका कम्पनी की दो बाइक भी ले गए हैं. बताया जाता है की घटना को अंजाम देने के बाद भी ईलाके में नक्सली मौजूद थे.
इस ईलाके में नक्सलियों का खौफ इतना है की अगले दिन दोपहर के बाद एसपी पहुंचे घटना स्थल।
वीरान जंगल लांजी की पहाड़ी में सड़क निर्माण में लगे वाहन जल रहे थे. वाहनों को आग से बचाने की हिम्मत तक कोई जुटा नहीं पाया.
बहरहाल खबर मिडिया में आने के बाद अब पुलिस पुरे मामले को लेकर जांच में जुटी हुई है. घटना क्षेत्र पश्चिम सिंहभूम जिले के टोकलो थाना के अंतर्गत आता है जो की घोर नक्सल प्रभावित है और नक्सलियों का सेफ ज़ोन भी माना जाता है.
मालूम रहे की पिछले महीने मार्च के चार तारीख को चक्रधरपुर के लांजी में माओवादियों ने बम से हमला कर तीन सुरक्षाबल के जवानों को शहीद कर दिया था. वहीँ दो जवान घायल भी हो गए थे.
बाद में जांच में पता चला था की जवानों पर हमला करने वाला माओवादी संगठन का एरिया कमांडर महाराज प्रमाणिक है.
महाराज प्रमाणिक पर 10 लाख का ईनाम पुलिस ने घोषित कर रखा है. हमले को लेकर पुलिस ने महाराज प्रमाणिक के दस्ते में शामिल 10 माओवादियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
अब लांजी में पुलिस और नक्सलियों का टकराव बढ़ता नजर आ रहा है, यही वजह है की नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे वाहनों को फूंक कर पुलिस को चुनौती दे डाली है. वो भी ऐसे समय में जब पुलिस के मुखिया डीजीपी खुद चाईबासा जिले में बुधवार को दौरा कर रहे थे.
फिलहाल जो तस्वीर लांजी की आयी है उससे यह साबित होता है की महीने भर पहले लांजी में हुए घटना के बाद इस ईलाके में पुलिस बैक फूट पर है.
पहले जो इस ईलाके में सुरक्षाबलों का कैम्प हुआ करता था उसे 4 मार्च के नक्सली हमले की घटना के बाद हटा लिया गया है.
पुलिस कैम्प हटने के बाद नक्सली और भी बुलंद हौसले के साथ इलाके में सक्रीय हो गए हैं. इसी का नतीजा है की नक्सलियों ने वाहनों को फूंक कर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है.

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