झारखंड का आर्थिक सर्वेक्षण पेश:कोरोना के बाद भी 29 फीसदी अधिक राजस्व की होगी प्राप्ति, सकल घरेलू उत्पाद में भी 6.7 फीसदी वृद्धि का अनुमान

रांची
झारखंड राज्‍य का आर्थिक सर्वेक्षण मंगलवार को सदन में पेश कर दिया गया है। झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण-2020-21 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में 6.7 फीसद वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले वर्ष की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में लगभग 29 फीसद अधिक राजस्व प्राप्ति का अनुमान है
जबकि पूंजीगत प्राप्तियां लगभग 10 फीसद कम होने का अनुमान है। वहीं, झारखंड की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2019-20 में स्थिर व प्रचलित मूल्य पर क्रमशः 57,863 रुपये तथा 79,873 रुपये होने का अनुमान लगाया गया है। पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2019-20 में प्रति व्यक्ति आय में स्थिर मूल्य पर 5.2 फीसद तथा प्रचलित मूल्य पर 9.2 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है।
होटल, रेस्टोरेंट और रियल स्टेट के व्यापार में बेहतर के संकेत
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, कोरोना ने देश के बाकी हिस्सों की तरह झारखंड की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है। चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में राज्य के GSDP, स्थिर मूल्य में 6.9 फीसद और प्रचलित मूल्य में 3.2 फीसद तक संकुचन की संभावना सर्वेक्षण में व्यक्त की गई है। राज्य की अर्थव्यवस्था के तीन प्रमुख क्षेत्रों में तृतीयक क्षेत्र में 2019-20 में सबसे अधिक 7.9 फीसद वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। इसमें होटल, रेस्टोरेंट, संचार और प्रसारण सेवा, रियल एस्टेट आदि आते हैं।
86 हजार करोड़ खर्च का है अनुमान
राज्य सकल घरेलू मूल्यवर्धन में 2019-20 में होटल, रेस्टोरेंट, संचार और प्रसारण सेवा, रियल एस्टेट हिस्सेदारी बढ़ी है, जबकि अन्य में कम हुई है। राज्य का कुल व्यय वर्ष 2014-15 में 40 हजार करोड़ रुपये था जो 2019- 20 में बढ़कर लगभग 70 हजार करोड़ रुपये हो गया। चालू वित्तीय वर्ष में कुल खर्च लगभग 86 हजार करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

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