बाजार में Hindenburg की रिपोर्ट से मची खलबली,अडाणी को 1.32 लाख करोड़ का नुकसान

आज मार्केट में अडानी ग्रुप के शेयर लगातार फिसले हैं जिसके बाद निवेशकों में हाहाकार मच गया. कंपनी के शेयरों में लोअर सर्किट देखने को मिला है. अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की तरफ से अडानी ग्रुप पर लगाए गए आरोपों के बाद शेयर बाजार में खलबली मच और निवेशक तेजी से बिकवाली करने लगे, जिसकी वजह से गौतम अडानी की संपत्ति में भी बड़ी गिरावट आई है.

1.84 लाख करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
फोर्ब्स के रियल टाइम बिलेनियर्स इंडेक्स में चौथे पायदान से खिसककर सातवें नंबर पर पहुंच गए हैं. गौतम अडानी की नेटवर्थ एक झटके में 22.6 अरब डॉलर यानी करीब 1.84 लाख करोड़ रुपये घटकर 96.6 अरब डॉलर रह गई है.

कंपनियों पर कर्ज की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में गिरावट का दौर जारी है। अडाणी टोटल गैस और अडाणी ट्रांसमिशन के शेयर्स में 20-20% की गिरावट आई है।​ गिरावट का ये दौर तब शुरू हुआ, जब फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। अडाणी ग्रुप पर इसका बड़ा असर पड़ा है।
अडाणी की नेटवर्थ बुधवार से अब तक यानी 3 दिन में 10% से ज्यादा कम हो गई है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक अडाणी को 1.32 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। अडाणी की कंपनियों की मार्केट कैप भी कम हुई है, जिसके चलते निवेशकों को 2.75 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
अडानी ग्रुप पर लगे आरोप
अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर एक रिपोर्ट जारी की और इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर ये आरोप लगाया कि शेयर के दाम बढ़ाने के लिए और कंपनी की माली हालत को अच्छा दिखाने के लिए अडानी ग्रुप ने विदेशी शेल कंपनियों के जरिए भारी गड़बड़ी की है. गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी पर भी आरोप लगाया गया है कि वह विदेशों में शेल कंपनियां चला रहे हैं. शेल कंपनियों के जरिए ही गड़बड़ियों का आरोप लगाया गया है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि शेल कंपनियों ने चोरी-छिपे शेयर खरीदे हैं. शेयर को मार्केट में चढ़ाने के लिए ऑपरेटरों का इस्तेमाल किया गया.

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