नक्सली कुंदन पाहन को चुनाव लडऩे की अनुमति तमाड़ से लड़ेगा चुनाव, 120 से ज्यादा मामले हैं दर्ज

रांची ,11 नवंबर (ईएमएस) : पूर्व मंत्री रमेश ङ्क्षसह मुंडा हत्याकांड समेत कुल 120 से ज्यादा मामलों में आरोपी नक्सली कुंदन पाहन को विधानसभा चुनाव लडऩे की अनुमति मिल गई है। कुंदन पाहन के वकील की ओर से एनआईए की विशेष कोर्ट में तमाड़ विधानसभा सीट से चुनाव लडऩे के लिए आवेदन दिया गया था जिसपर सोमवार को सुनवाई हुई। कुंदन तमाड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगा। कुंदन के वकील ईश्वर दयाल ने बताया कि कुंदन पाहन ने जनसेवा की नियत से चुनाव लडऩे की इच्छा जताई है। इसके लिए एनआईए के विशेष जज नवनीत कुमार की अदालत में आवेदन दाखिल किया गया था। कुंदन पाहन ने नॉमिनेशन के लिए 15 नवंबर की तिथि तय की है। इससे पूर्व राजा पीटर ने कोर्ट से चुनाव लडऩे की इजाजत मांगी थी। जिसके बाद राजा पीटर 12 नवंबर को नॉमिनेशन फाइल करेंगे।
तमाड़ विधानसभआ सीट से आमने-सामने होंगे कुंदन पाहन और राजा पीटर
तमाड़ विधानसभा सीट से हजारीबाग जेल में बंद नक्सली कुंदन पाहन और बिरसा मुंडा जेल में बंद राजा पीटर आमने सामने होंगे। बुंडू के तत्कालीन विधायक रमेश ङ्क्षसह मुंडा हत्याकांड मामले में 9 अगस्त 2017 से गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर जेल में बंद हैं। वहीं कुंदन पाहन भी रमेश ङ्क्षसह मुंडा हत्याकांड में आरोपी है। इनके अलावे आजसू पार्टी के निलंबित विधायक विकास मुंडा, राज्यपाल के पूर्व सलाहकार रहे डॉक्टर प्रकाश चन्द्र उरांव भी दोबारा अपनी किस्मत आजमायेंगे।
कुंदन को पिछले महीने हजारीबाग जेल किया गया है शिफ्ट
कुंदन पाहन को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार से पिछले महीने हजारीबाग ओपन जेल शिफ्ट किया गया है। कुंदन वहां अपनी पत्नी के साथ रह रहा है। बता दें कि इससे पहले पूर्व मंत्री रमेश ङ्क्षसह मुंडा हत्या के आरोप में जेल में बंद राजा पीटर को भी एनआईए कोर्ट से चुनाव लडऩे की अनुमति मिल चुकी है। राजा पीटर पिछले 2 साल से अधिक समय से बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद है। नौ जुलाई 2008 को एक कार्यक्रम के दौरान नक्सलियों ने रमेश ङ्क्षसह मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
मई 2017 में कुंदन ने पुलिस के सामने किया था सरेंडर
नक्सली आर्गेनाइजेशन भाकपा माओवादी के झारखंड रीजनल कमेटी के सेक्रेटरी कुंदन पाहन ने 14 मई 2017 में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। वह डीएसपी, इंस्पेक्टर की हत्या समेत 128 आपराधिक मामलों में वांछित था। इसके साथ ही कुंदन 15 लाख रुपए का इनामी भी था। खूंटी में 50, रांची में 42, चाईबासा में 27, सरायकेला में 7, गुमला में एक कांड दर्ज है। कुंदन पर 15 लाख रुपए का इनाम था। 2000 में नेपाल के पीएम पुष्पकमल दहाल उर्फ प्रचंड ने उसके साथ बोकारो जिले के झुमरा पहाड़ पर ट्रेङ्क्षनग ली थी। कुंदन ने बताया था कि उन्हें वेस्ट बंगाल के टॉप माओवादी लीडर मनीष दा, किशन जी, भास्कर दा उर्फ मिसिर बेसरा और नंदलाल ने झुमरा पहाड़ में वॉर की ट्रेङ्क्षनग दी थी। कुंदन 2000 में भाकपा माओवादी में शामिल हुआ। इसके बाद उसने झारखंड में कई वारदातों को अंजाम दिया। कुंदन पर सांसद सुनील महतो, पूर्व मंत्री और विधायक रमेश ङ्क्षसह मुंडा, बुंडू डीएसपी प्रमोद कुमार समेत छह पुलिसकर्मी और स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या के आरोप हैं। इसके अलावा एक प्राइवेट बैंक से पांच करोड़ रुपए और एक किलो सोना लूटने का भी आरोप है।

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