टाटा बडबिल ट्रेन में बेहोश मिली महिला को 48 घंटे बाद भी होश नही आयी है,टाटा स्टील अस्पताल के आईसीयू में चल रहा है इलाज. स्टेशन मास्टर परेशान

नोवामुंडी,6 जनवरी (रिपोर्टर) टाटा बडबिल पैसेंजर ट्रेन में बेहोश मिली महिला को 48 घंटे बाद भी होश नहीं आया है. नोवामुंडी स्टेशन मास्टर हरि पान ने इलाज हेतु उक्त अज्ञात महिला को टाटा स्टील अस्पताल नोवामुंडी में भर्ती कराया है,जहाँ उनकी हालत अत्यंत नाजूक बतायी जाती है. 48 घंटे बीतने के पश्चात भी अज्ञात महिला को होश नही आया है. यह महिला कहाँ जा रही है और कहाँ से चढी थी इसका अता पता भी नही चल पाया है. अकेली शादी शुदा महिला जा रही थी. वैसे, यह महिला पढी लिखी और अच्छे घराने की लग रही है.

नशाखुरानी ग्रुप के बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम

बेहोश पडी महिला को देखने से पता चल रहा है कि यह महिला ट्रेनों में नशा खिलाकर लूटमार करने वाले बदमाश ग्रूप के शिकार हुआ है. परंतु उनके यहाँ काफी मात्रा में विभिन्न रोगों के दवाईयाँ भी मिली हैं. इससे लोग संशय की स्थिति में हैं. लोगों को यह भी लगता है कि उनके पति व ससुराल वालों से वह नाराज होकर आ रही थी और आत्महत्या करने की नीयत से अधिक मात्रा में दवाईयाँ खा लिया और बेहोश हो गई. कुछेक लोगों ने आशंका जतायी है कि इस महिला को नशाखुरानी गैंग के बदमाशों ने मौका का फायदा उठाकर नशीली दवा खिलाकर लूट लिया है. अब उनके पास न तो पैसे हैं और न ही पर्स हैं. यहाँ तक की कोई पहचान भी नही है. मोबाईल भी नही है,जो इन दिनों साधारण लोगों के पास भी रहता है. ऐसा प्रतीत होता है कि यह महिला बडबिल,जोडा,भिलाईपदा क्षेत्रों की होगी. जब तीन चार दिन बीतेगा,तब उनके परिजन उन्हें ढूंढने लगेंगे.

क्या कहते हैं स्टेशन मास्टर हरि पान
स्टेशन मास्टर श्री पान ने बताया कि यह महिला जब होश में आयेंगी,तो घटना का खुलासा अपने आप हो जाएगा. रविवार को वह अपने विभाग के डॉक्टर महली को भी लेकर नोवामुंडी के टाटा स्टील अस्पताल गये थे. डॉ महली का कहना है कि उस अज्ञात बेहोश महिला को इलाज शुरू होने के 24 घंटे बाद होश आयेगी. वह खतरे से बाहर हैं,लेकिन उनका इलाज टाटा स्टील अस्पताल के आईसीयू में चल रहा है. कहा कि अस्पताल में उक्त महिला का इलाज व देखभाल अच्छे ढंग से हो रहा है. इसकी सूचना नोवामुंडी थाना पुलिस को भी दी गई है. उनके होश में आते ही घटनाक्रम से पर्दा उठ जाएगा.

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