नकली सेनेटाइजर बनाने वाली कंपनी पर एसडीओ का छापा बर्मामाइंस और जुगसलाई से भारी मात्रा मेंनकली सेनेटाइजर, फिनाइलस हैंडवाश जब्त

जमशेदपुर, 19 मार्च (रिपोर्टर) : एक ओर विश्वव्यापी महामारी ‘कोरोना वायरसÓ को लेकर लोग डरे सहमे हुए हैं, वहीं कुछ लोग इसकी आड़ में अपनी तिजोरी भरने से भी बाज नहीं आते. चूंकि कोरोना के मद्देनजर सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है और धंधेबाज इसे एक ‘अवसरÓ मानकर जमकर कालाबाजारी पर उतर गये हैं. इस क्रम में आज धालभूम एसडीएम ने गुप्त सूचना के आधार पर पहले बर्मामाइंस स्टार टाकीज के पास छापामारी की, उसके बाद तो उससे जुड़े गांठ खुलते चले गये और वही अवैध धंधेबाजों की सूचना पर जुगसलाई के दो स्थानों में छापामारी कर नकली सैनिटाइजर, हैंडवाश और फिनाइल बनानेवाली कंपनी का खुलासा किया. छापामारी से पता चलता है कि किस तरह व्यापारी काली कमाई के कारण लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर गुजरते हैं. सिर्फ साबुन और कुछ केमिकल को मिलाकर इस तथाकथित सेनिटाइजर और हैंडवाश तैयार किया जा रहा था. सभी तैयार उत्पादों के साथ-साथ वहां रखे अन्य द्रव्यों को भी जब्त कर लिया गया है.
मिली सूचना के मुताबिक एसडीएम के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने पहले बर्मामाइंस के श्री इंटरप्राइजेज कंपनी पहुंची. जांच करने पर पता चला कि उसके बाद इसके संचालित करने का कोई लाइसेंस नहीं है और न ही वे लोग ऐसा कोई केमिकल का इस्तेमाल कर रहे थे, जिससे किसी तरह का बैकटेरिया या अन्य कीड़े मर सके. बर्मामाइंस में लाखों रुपये की लागत का माल तैयार था, जिसे आपूर्ति की जानी थी. अनुमान के मुताबिक शहर ही नहीं, वरन पूरे कोल्हान में यहां से सप्लाई की जा रही थी. पूछताछ के दौरान पता चला कि इसके मालिक का नाम मनीष सिंह है, उससे पूछताछ जारी है.

पुलिस की मिलीभगत का चलता था ‘काला-कारोबारÓ
छापामारी के दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि यह ‘काला-कारोबारÓ बर्मामाइंस स्टार टॉकीज के सामने काफी दिनों से चल रहा है. पुलिस को इसकी भनक है, लेकिन लेनदेन से सबकुछ मैनेज कर लिया जाता है. पुलिस को मालूम है कि यह लोगों की जान के साथ खिलवाड़ है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

जुगसलाई में भी दो स्थानों में छापामारी
नकली उत्पाद जब्त, कार्रवाई की तैयारी

जुगसलाई में छापामारी करने के दौरान ही मनीष सिंह (संचालक) ने पूछताछ में प्रशासनिक पदाधिकारियों को जानकारी दी कि वे जुगसलाई स्थित तापडिय़ा बिल्डिंग के पास स्थित केके फार्मास्यूटिकल के लिए वे नकली सैनिटाइजर और हैंडवाश बनाते है. इस सूचना के बाद छापामारी दल का माथा ठनका. वे बर्मामाइंस से सीथे जुगसलाई उक्त स्थान पर पहुंचे तो सूचना सही पाया. वहां रखे गये सभी माल को जब्त कर लिया गया. इसके बाद वहां पुन: जानकारी मिली कि जुगसलाई स्टेशन रोड में ही केके फार्मास्यूटिकल कंपनी पहुंचे. वहां भी जांच की गयी तो कहीं से कोई जानकारी नहीं दी गयी. इसके बाद एसडीएम को जानकारी मिली कि केके फार्मास्यूटिकल कंपनी का गोदाम उसी रोड में इंदू अपार्टमेंट है. सूचना पर पूरी टीम इंदू अपार्टमेंट पहुंची, जहां सारा राज खुल गया. केके फार्माश्यूटिकल कंपनी के मालिक कमल गुप्ता की निशानदेही पर वहां से हजारों पैक्ड नकली हैंडवाश और नकली सैनिटाइजर बरामद किया गया. एसडीएम के आदेश के बाद पुलिस सभी तरह के कागजात व इसके लिये आवश्यक नियम कानून का मिलान कर रही है.

मनीष सिंह व कमल गुप्ता पर एफआईआर
उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के निर्देश के आलोक में आज हुई छापामारी में केके फार्मास्यूटिकल जुगसलाई एवं श्री इंटरप्राइजेज बर्मामाइंस में अवैध तरीके से बिना ड्रग लाइसेंस के बनाए जा रहे सैनिटाइजर, हैंड वाश, फेस वाश, सैनिटाइजर बनाने का मेटेरियल तथा आइसोप्रोफाइल अल्कोहल जब्त किया गया. उक्त परिसर को फिलहाल सील कर दिया गया है तथा पदाधिकारियों द्वारा व्यापारी मनीष सिंह और कमल गुप्ता के खिलाफ ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 18 सी तथा आईपीसी की धाराओं के तहत बर्मामाइंस थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया है. साथ ही मौके से सैंपल भी लिया गया है. इस कार्रवाई में ड्रग इंस्पेक्टर राजीव एक्का, कुंजबिहारी, जय आईंद शामिल थे.

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