तुलसी भवन में सजी विधान सभा, हुआ तख्ता पटल

नेचर एवं मिशन ब्लू फाउंडेशन संस्था का आयोजन मील का पत्थर साबित होगा

जमशेदपुर में आयोजित दो दिवसीय भव्य महिला संसद सत्र के दौरान विधान सभा की ऐसी झलक देखने को मिली, जो सहसा उस गरिमापूर्ण सदन का अहसास कराने वाला रहा।दो दिवसीय सत्र में राज्य भर से आए 1000 से अधिक नॉमिनेशंस के बीच चयनित 81 महिलाओं ने प्रथम दिन महिला आरक्षण बिल पर चर्चा की तथा बिल को पास किया। दूसरे दिन शून्य काल की शुरुआत हुई जिसकी अध्यक्षता चमकता आ$ईना के संपादक जय प्रकाश राय ने की। इसके बाद पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार ने शून्य काल को आगे बढ़ाते हुए अध्यक्षता कीा। इसी बीच सत्ता पक्ष के कुछ विधायक ने सरकार से नाखुश होने की बात कही तत्पश्चात विपक्ष के नेता ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जिसे स्पीकर ने स्वीकार किया और अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ इसके बाद सरकार विश्वास प्रस्ताव में अपने बहुमत साबित नहीं कर सकी और विपक्ष के नेता मुख्यमंत्री के रूप में अपने कैबिनेट के साथ सरकार का गठन कर लिए।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक सरयू राय , विशिष्ट अतिथि जिला परिषद् अध्यक्ष बारी मुर्मू, उद्योगपति शंभू सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दूबे, आजसू जिलाध्यक्ष कन्हैया सिंह मौजूद रहे।।


नेचर संस्था की संरक्षक डॉ कविता परमार ने बताया कि राज्य से आए सभी प्रतिभागी बहुत ही मेधावी और आने वाले समय में लोकसभा, विधानसभा में जाने के योग्य हैं। कार्यक्रम का आयोजन प्रतिवर्ष जमशेदपुर में होगा। प्रथम सीजन के सभी प्रतिभागी इसके एल्यूमिनी होंगे जो आगे थिंक टैंक के रूप में काम करेंगे। जूरी के रूप में श्रीमती मैरिज स्टेला माइकल एवं अन्य दो जूरी उपस्थित थे। इन लोगों ने गहन बारीकियां से जांच कर प्रथम पुरस्कार, द्वितीय पुरस्कार, तृतीय पुरस्कार एवं तीन सांत्वना पुरस्कार का चुनाव किया तथा पुरुस्कार राशि का वितरण किया । जो क्रमश: 20 हजार, 15 हजार और 10हजार के थे । सांत्वना पुरुस्कार 2000 रुपया का तीन दिया गया। इसके साथ हीं स्त्री वन इंडिया ने उत्कृष्ट विधायको का चुनाव किया जिसे 1000 रुपए का पुरस्कार प्राप्त दिया गया।प्रथम नेहा सिंह द्वितीय इशिता घर आई तृतीय मनीषा महतो आशा नंदराज, श्वेता दास, भाव्या भारती को कंसोलेशन तथा पायल सिंह और पायलट स्नेहा को विशिष्ट विधायक के रूप में चुना गया।
रीवा ने मंच का संचालन किया। आज दूसरे दिन के सत्र में जयप्रकाश राय, शंभू सिंह, मेनका सरदार, सुधांशु ओझा, शिव शंकर सिंह, प्रसेनजीत तिवारी, नंद कुमार सिंह, सागर तिवारी, कुसुम पूर्ति, बारी मुर्मू, अभय सामंत, अपर्णा सिंह, ने बतौर अतिथि स्पीकर की भूमिका निभाई। कई महाविद्यालयों एवं एवीबीपी के छात्रों ने वालंटियर किया। महिला दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम से सभी प्रतिभागी खुश नजर आये।। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ कविता परमार पंकज सोनी करण सिंह मंजू सिंह मनजीत सिंह, नेचर के प्रेसिडेंट संजय सिंह के के साथ-साथ नेचर संस्था एवं मिशन ब्लू फाउंडेशन के सभी टीम मेंबरों का सराहनीय योगदान रहा।

विधान सभा का लिया गया था लुक

तुलसी भवन सभागार को विधान सभा का लुक दिया गया था। इस दौरान झारखंड विधान सभा के 81 विधायकों के स्थान पर प्रतीक के रुप में छात्राएं बतौर विधायक मौजूद रही। उनके लिये सत्ता पक्ष एवं विपक्ष का बंच बनाया गया था और हर विधायक के सामने माइक लगा था। कविता परमार ने बताया कि यह सुझाव आया था कि कॉडलेस माइक का प्रयोग किया जाए। लेकिन हमें लगा कि विधान सभा का लुक दिया जाए तो हर टेबुल के सामने माइक लगाया गया। दोनो ही पक्ष की ओर से मौजूद छात्राओं ने काफी प्रभावी तरीके से अपनी अपनी बातें रखीं। उनके लिये यह अनुभव अनूठा था।

Share this News...