जमीन पर सोना, नारियल पानी पीना, राम व्रत में जानें क्या कठिन तपस्या कर रहे हैं पीएम मोदी, राम मंदिर के लिए 11 दिन के अनुष्ठान पर हैं पीएम मोदी

अनुष्ठान के दौरान पीएम मोदी जमीन पर कंबल बिछाकर सो रहे हैं
प्रधानमंत्री यम नियमों का पूरी तरह कर रहे हैं पालन

नई दिल्ली: राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम नरेंद्र मोदी 11 दिनों का अनुष्ठान कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक वह इस दौरान यम नियमों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि अनुष्ठान के दौरान जमीन पर कंबल बिछाकर सो रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी ने खुद ही आचार्यों से विधि विधान के लिए पूछा था। पीएम मोदी इस 11 दिन के अनुष्ठान में सभी नियमों का कड़ाई से पालन कर रहे हैं। 11 दिन के अनुष्ठान में जमीन पर सोना और शरीर को शुद्ध करने का व्रत शामिल है।
जमीन पर सो रहे, नारियल पानी पी रहे

सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी इस अनुष्ठान के दौरान जमीन पर केवल एक कंबल बिछाकर सो रहे हैं। इसके अलावा वह केवल नारियल पी रहे हैं। गौरतलब है कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 12 जनवरी से शुरू हो चुका है। बाल राम की प्रतिमा को राम मंदिर के गर्भ गृह में रखा जा चुका है। पीएम मोदी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा करेंगे।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए 7 हजार लोगों को निमंत्रण भेजा गया है। पीएम मोदी 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे। इस दौरान पूरे विधि विधान से मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
11 दिन का विशेष अनुष्ठान
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी ने पूजा के लिए अनुशासन व्यवस्था शुरू कर दी है। पीएम आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू कर रहे हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट कर रहा कि अब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू कर रहे हैं।
पंचवटी का क्या है महत्व
पीएम मोदी ने पंचवटी से अपने अनुष्ठान की शुरुआत कर दी है। पौराणिक मान्यता है कि अपने वनवास के दौरान भगवान राम पत्नी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ यहां कुछ वक्त गुजारा था। पंचवटी का नाम पंच और वती से बना है। पंच का अर्थ पांच से होता है जबकि वती का अर्थ बरगद के पेड़ से है। यहीं पर सीता की गुफा भी स्थित है।
कब होगी प्राण प्रतिष्ठा
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा विशेष मुहूर्त में होगी। ये 84 सेकेंड का मुहूर्त है। राम मंदिर में ये शुभ समय 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से लेकर 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड तक रहेगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम का जन्म अभिजीत मुहूर्त, मृगशीर्ष नक्षत्र, अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग के संगम पर हुआ था। 22 जनवरी को ये सारे शुभ समय एक साथ होंगे। इसीलिए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का ये समय सबसे आदर्श बन जाता है।

प्राण प्रतिष्ठा के दिन क्या-क्या करेंगे पीएम

प्राण प्रतिष्ठा के दिन पीएम मोदी सबसे पहले रामलला की प्रतिमा का नेत्र आवरण खोलेंगे। इसी समय भगवान राम की प्रतिमा को पवित्र जल से स्नान कराया जाएगा। इसके बाद भगवान राम को स्वर्ण सिंहासन पर बैठाया जाएगा। फिर पीएम मोदी सिंहासन पर अचल मूर्ति स्थापित करेंगे।

सभा को संबोधित करेंगे पीएम मोदी

मूर्ति की स्थापना के बाद पीएम नरेंद्र मोदी एक विशाल सभा को भी संबोधित करेंगे। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया मंदिर के सामने केंद्रीय शिखर और दो पार्श्व शिखरों तथा खुले मंच पर कुर्सियां लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि कुल 6 हजार कुर्सियां लगाई जाएंगी।

पुरानी मूर्ति की भी होगी पूजा

यही नहीं, रामलला का पुरानी मूर्ति की पूजा होगी। रामलला की पुरानी मूर्ति को पहले रखा जाएगा और इसे राम उत्सव कहा जाएगा। 16 जनवरी के एक दो दिन बाद दोनों मूर्तियां नए राम मंदिर में रख दी जाएंगी।

काले पत्थरों की होगी रामलला की नई मूर्ति

राम मंदिर के गर्भगृह में 5 वर्षीय रामलला की मूर्ति रखी जाएगी। मंदिर समिति ने 5 साल के भगवान राम की मूर्ति का चयन किया है। ये मूर्ति काले पत्थरों की होगी। मिश्रा ने कहा कि रामायण में रामलला के लिए श्याम रंग का जिक्र है इसलिए काले पत्थर की मूर्ति का चयन किया गया है।

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