नदी किनारे पार्क बनाने पर उठे विवाद में टाटा कंपनी ने अपना पक्ष रखा

जमशेदपुर, 11 अक्टूबर (रिपोर्टर): खरकई नदी पर आदित्यपुर टॉल ब्रिज के जमशेदपुर साइड में गोलचक्कर के दाहिने तरफ मेरिन ड्राइव एवं खरकई नदी के बीच जुस्को द्वारा औषधीय पौधों का पार्क बनाने से उठे विवाद पर टाटा स्टील एवं जुस्को के अधिकारियों ने खरकई प्रमंडल आदित्यपुर के अधीक्षण अभियंता से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा. प्राप्त जानकारी के अनुसार जुस्को का कहना है कि वहां वृक्ष लगने से नदी के किनारों का कटाव रूकेगा और पर्यावरण संतुलन में भी यह पार्क सहायक होगा. सरकार को जब लगे कि उक्त इलाका उसके लिए जरूरी है या नदी मार्ग में कोई व्यवधान होता है तो वह उसे हटवा सकती है. जुस्को का तर्क था कि खाली जगह पर दनादन मंदिर बनाकर अतिक्रण करने की उस इलाके में चेष्टा हो रही है. मेरिन ड्राइव के किनारे इस तरह के कुछ मंदिर भी बना दिए गए हैं. नदी अतिक्रमण के आरोप में किए गए पत्राचार के बाद नहर प्रमंडल की एक टीम ने क्षेत्र का मुआयना किया. वरीय अभियंता ने रिपोर्ट पर सभी पहलुओं पर ध्यान देने की बात का भरोसा दिया. इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी ने भी निरीक्षण किया है और इसमें जुस्को द्वारा किसी अतिक्रमण की बात को दमदार नहीं पाया है. विदित हो कि टाटा स्टील यहां उक्त पार्क बनाकर टाटा वर्कर्स यूनियन को सौंपने वाली है जिसका रखरखाव यूनियन करेगी. यूनियन ने विगत विश्व पर्यावरण दिवस पर कंपनी से एक औषधीय पार्क बनवाने का अनुरोध किया था जहां उसके सदस्य अपने खर्च से एक -एक पौधे लगवा कर उसका रखरखाव करेंगे. यहां एक हजार पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है.

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