कोल्हान मारवाड़ी परिवार की पहल * *ठंड से ठिठुरे ना कोई..*

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*कोल्हन मारवाड़ी परिवार द्वारा कंबल वितरण के तितीय चरण में धोबनी गाँव बोडाम प्रखंड पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र में आदिम जनजाति के बीच किया कंबल वितरण

पहाडो के दुर्गम तराई क्षेत्र में बसे धोबनी गाँव बोडाम प्रखंड पूर्वी सिंहभूम के गांवों में बसे ग़रीबों यवम विलुप्त प्रायः आदिम जनजाति समुदाय के सैकड़ों लोगों को कंबल दिया गया। रास्ता कठिन था लेकिन टीम के सभी लोगों के मन में नर सेवा नारायण सेवा का भाव था और ये भाव लेकर अत्यंत दुर्गम रास्तों से गुज़रते हुए हम सब धोबिन गाँव पहुँचे हमलोग़ो की गाड़ियों को देखते ही गाँव वालों की ख़ुशी का ठिकाना नही था काफ़ी संख्या में स्त्री पुरुष और बच्चे उपस्थित थे सभी के नाम लिखा गया फिर गरीब असहाय यवम झारखंड के विलुप्त होती आदिम जनजाति समुदाय को ठंड से राहत देने हेतु कंबल वितरण किया गया ।गाँव में एसे पुरुषों को भी कंबल दिया जिनके तन पर वस्त्र भी नही थे बच्चों के बीच बिस्किट और टॉफ़ी वितरण किया गया। 263 कंबल वितरण किया गया।
धोबिन गाँव की प्राकृतिक ख़ूबसूरती देखते ही बनती थी हम विदेश जाते हे पहाड़ों की ख़ूबसूरती देखने के लिए, अगर सरकार थोड़ा कोलहान की प्रकृति पर ध्यान दे तो बहुत ही बड़ा टुरिस्ट स्पॉट बन सकता हे और स्थानीय लोगों का जीवन स्तर सुधर सकता हे।
हमलोगो ने झारखण्ड के व्यंजन (जिसे हमलोग गुलगुले कहते हे) और चाय आ आनन्द भी लिये।पूरे कार्यक्रम में हमलोगो की मदद वन विभाग के मधुसूदन दास ने की।

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