Dumka,26 April : राज्य में कोरोनावायरस की महामारी से जूझते हुए छह पत्रकारों की असामायिक मौत हो गई । झारखंड सरकार ने उनकी सुधि नही ली। इस गंभीर समय में पत्रकार ऊपर वाले के सहारे ही जी रहे हैं। राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं की बात हो या जिला प्रशासन की बातें ,पत्रकारों की पूरी टीम उसे जन जन तक पहुंचाने का काम अपने अखबारों, टीवी चैनलों और सोशल मीडिया के माध्यम से करते हैं। लेकिन जब पत्रकारों की सुविधा देने के संबंध में कोई मांग की जाती है तब सभी चुप्पी साध लेते है। दुमका के विधायक बसंत सोरेन और जामा की विधायक सीता सोरेन की चुप्पी पर पत्रकार समाज हैरान हैं। आल इंडिया स्माल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के दुमका जिला अध्यक्ष विनोद सारस्वत ने राज्य सरकार से झारखंड में कार्यरत सभी पत्रकारों को सरकारी कर्मचारियों की तरह पचास लाख रूपए का बीमा देने की आवाज उठाई है पर इसका असर सरकार पर पड़ता नहीं दिख रहा है। विनोद सारस्वत ने सरकार से पुनः मांग की है कि झारखंड में कार्यरत सभी पत्रकारों को कोरोना योद्धा के रूप में स्वीकार कर शहीद हुए पत्रकारों को पचास लाख रुपए और एक व्यक्ति को नौकरी प्रदान कर उनके हितों का ख्याल करें।