Sand issue Jharkhand : दारोगा या पेट्रोलिंग वाहन नहीं छेड़ सकते बालू गाड़ियां, जरूरत हुई तो डी एस पी करेंगे जांच

Ranchi,16 March : झारखंड विधान सभा मे आज बालू ढुलाई एवं परिवहन विषय पर हंगामा हुआ। भाजपा सदस्यों ने बालू उठाव की नीलामी नहीं होने और इस खनिज से प्राप्त होने वाले राजस्व की बड़े पैमाने पर चोरी होने का मुद्दा उठाया जिस पर सरकार का पक्ष मंत्री बादल पत्रलेख ने रखते हुए कहा कि पिछली सरकार ने जो व्यवस्था कायम की थी अभी उसी पर बालू उठाव हो रहा है। उन्होंने राजस्व चोरी की बात से इनकार करते हुए दावा किया कि क्रमशः और उत्तरोत्तर राजस्व संग्रह में वृद्धि ही हुई है। सदन के नेता मुख्यमंत्री ने भी सरकार की ओर से आश्वासन दिया कि अगले वित्तीय वर्ष के पहले सप्ताह तक ठोस व्यवस्था कायम कर दी जाएगी। सरकार ने बताया कि बालू परिवहन केRने वाली गाड़ियों की रोकटोक दारोगा या पेट्रोलिंग वाहन नहीं करेंगे। किसी अपराध की सूचना पर डी एस पी स्तर के अधिकारी द्वारा ही जांच की जा सकती है। इस संबंध में डी जी पी द्वारा गत मई माह में ही जारी निर्देश का उल्लेख किया गया और बताया गया कि अगर कहीं पुलिस ज्यादती करती है तो वहां के एस पी इसके लिए जिम्मेवार बनाये गये हैं। भाजपा सदस्य सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर टोकाटोकी करते रहे जिस पर अध्यक्ष ने सी पी सिंह, रणधीर सिंह को बार बार रोज और शोर शराबा करने से मना किया।
सरकार का जवाब:
किसी बाहरी को काम नहीं मिलेगा. कैटेगरी-1 में 235 बालू घाट कैटेगरी-2 में 358 बालू घाट हैं. बालू के अवैध उठाव पर रोक थाम के लिए डिस्ट्रिक टास्क फोर्स काम कर रहा है. 
मंत्री बादल के जवाब से बीजेपी नाराज हो गई.
मंत्री ने कहा कि किसी थानेदार को बालू गाड़ी पकड़ने का अधिकार नहीं है. सीपी सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि रांची में रात 10 बजे के बाद ईटा, बालू गाड़ी से वसूली होती है. सीपी सिंह ने उदहारण देते हुए बताया कि कैसे पुलिस बालू गाड़ी पकड़ती है. इस पर मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि बालू गाड़ी पकड़ने वालों पर कार्रवाई होती है./strong>

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