जमशेदपुर में रोजगार-कारोबार के लिये टाटा स्टील एवं टाटा मोटर्स से निर्भरता होगी कम

ं भारी उद्योग और ऑटो रिसर्च इंस्टीच्यूट खोलने पर केंद्रीय मंत्री डा. महेन्द्र नाथ पांडेय ने दिये सकारात्मक संदेश

जमशेदपुर, 30 सितंबर (रिपोर्टर) : केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री डा. महेन्द्र नाथ पांडेय ने शहरवासियों के साथ-साथ उद्योगपतियों को सकारात्मक भरोसा दिया कि जल्द ही शहर में भारी उद्योग तथा ऑटो रिसर्च इंस्टीच्यूट की शाखा खोलने पर अध्ययन के पश्चात निर्णय लिया जाएगा. वे आज शहरागमन के क्रम में डा. श्रीकृष्ण सिन्हा संस्थान में आयोजित सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. इस बावत एसिया के अध्यक्ष संतोष खेतान तथा सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष अशोक भालोटिया ने उन्हें उक्त प्रस्ताव दिया था.
श्री भालोटिया ने जमशेदपुर और औधोगिक क्षेत्र आदित्यपुर में भारी उधोग लगाने की मांग करते हुए कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मंदी आने से बेरोजगारी की समस्या बढ़ जाती है. यहां के युवाओं का रोजगार सिर्फ टाटा स्टील व टाटा मोटर्स ही निर्भर है. इसलिये भारी उद्योग की स्थापना होने पर रोजगार का भी सृजन होगा. इसपर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जमशेदपुर में ऑटो हब बनाने की दिशा में शहर के उद्यमियों के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा. भारत सरकार पीएलआई (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम) के अंतर्गत उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं एवं प्रोत्साहन स्कीम लागू कर रही है. पीएलआई स्कीम के तहत घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने और आयात बिल में कटौती करने के लिए भारत सरकार ने 1.5 लाख करोड़ रु. का प्रावधान किया है, जिसमें 57 हजार करोड़ रुपये ऑटोमोबाइल एवं ऑटो कॉम्पोनेन्ट क्षेत्र के स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए खर्च किया जाना है. ऑटो सेक्टर में लगातार विकास हो रहा है जिससे यहां के उद्यमी अगर बैटरी निर्माण के क्षेत्र में आगे आएंगे, तो सरकार उन्हें हरसंभव मदद करेगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि झारखंड में एचईसी समेत अन्य भारी उद्योगों के पुनरुद्धार के लिए सरकार प्रयास कर रही है.

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