सोना देवी यूनिवर्सिटी का विदेशी विश्वविद्यालय के साथ समझौता, लोगो व वेबसाइट की लांचिंग

जमशेदपुर, 19 मई (रिपोर्टर) : घाटशिला में निर्मित सोना देवी यूनिवर्सिटी का लोगो व वेबसाइट की लांचिंग आज बिष्टुपुर के एक होटल में किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर भारत में रॉयल थाई महावाणिज्यदूत कुमारी अचरापन यवप्रपास, सम्मानित अतिथि एसएसपी प्रभात कुमार सहित विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा. लिपि घोष व विश्वविद्यालय के चेयरमैन प्रभाकर सिंह, ट्रस्टी डा. निर्मला शुक्ला उपस्थित थीं. विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ ही विभिन्न कोर्स के लिए अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के साथ समझौता हुआ है. इसके अंतर्गत स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत थाईलैंड, म्यांमार, नेपाल सहित अन्य देशों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र सोना देवी विश्वविद्यालय में अध्ययन और रिसर्च के लिए आयेंगे वहीं सोना देवी विश्वविद्यालय के छात्र भी इन देश के विश्वविद्यालों में अध्ययन और रिसर्च के लिए जा सकेंगे. समारोह में आज कृषि, मत्स्य पालन और पर्यटन कोर्स के लिए थाईलैंड सरकार के साथ समझौता पर हस्ताक्षर किया गया. मौके पर अचरापन यवप्रपास ने विश्वविद्यालय का तथा एसएसपी ने विश्वविद्यालय के वेबसाइट का लोकार्पण किया.
चेयरमैन प्रभाकर सिंह ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य मेधावी विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ रोजगार के लिये भी एक बेहतर मंच देना है. बताया कि कल से ही विवि में विद्यार्थियों का एडमिशन आरंभ हो जाएगा. इस मौके पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों के कई गण्यमान्य अतिथि मौजूद थे. धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार डा. निर्मला शुक्ला ने किया.

थाईलैंड कृषि-मत्स्य पालन क्षेत्र में हो रहे नये अनुसंधान
मुख्य अतिथि अचरापन यवप्रपास ने कहा कि झारखंड में यहां कृषि और मत्स्य पालन के क्षेत्र में काफी संभावनाएं है. थाईलैंड में इन दोनों क्षेत्र में लगातार नए-नए अंनुसंधान किए जा रहे है, जिसका लाभ भी मिल रहा है. विद्यार्थियों को आनेवाले दिनों में अंतर्राष्ट्रीय एक्सपोजर मिलेगा.

‘जॉब क्रिएटर्स’ की भूमिका निभाएं विद्यार्थी : एसएसपी
एसएसपी प्रभात कुमार ने कहा कि आज शिक्षा का व्यवसायीकरण हो गया है, जिसकारण शिक्षा के स्तर में गिरावट आई है. उम्मीद है कि सोना देवी विवि झारखंड में शिक्षा जगत में एक नया आयाम स्थापित करेगा. उन्होंने विवि प्रबंधन को डिग्री पर नहीं, अपितु बेहतर शिक्षा पर ध्यान दें. विद्यार्थी जॉब सिकर्स नहीं, वरन जॉब क्रिएटर्स की भूमिका निभाएं. एसएसपी ने कहा कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि ग्रुप सी और डी के लिये निकाले जानेवाली नियुक्तियों में पीजी मास्टर डिग्री तक के विद्यार्थी आवेदन देते हैं. स्नातक भी लाखों की संख्या में होते हैं. शिक्षा के स्तर को इसी बात से समझा जा सकता है कि 14-15 हजार रु. की नौकरी के लिये इस योग्यता के लोग आवेदन देते हैं. प्रभात कुमार ने कहा कि हम कैसी शिक्षा दे रहे हैं, जो समाज में बिखराव ला रहा है. उन्होंने कहा कि मेरे पास यदि 100 लोग शिकायत लेकर आते हैं, तो उसमें 80 प्रतिशत मामला घरेलू मारपीट या उससे संबंधित होता है. बेटा बाप में, भाई-भाई में से लेकर ऐसे ही घरेलू विवाद होते हैं. कभी कभी तो लगता है कि पढ़ा लिखा होने से अनपढ़ होना ही अच्छा है. पढ़ लिखकर भी अगर हम इस तरह घरेलू विवाद तक में फंसे रहे तो ऐसी पढ़ाई किस काम की.

यूनिवर्सिटी में व्यक्तित्व का होगा विकास : प्रभात शर्मा

टाटा स्टील कॉरपोरेट कम्युनिकेशन के अवकाशप्राप्त हेड प्रभात शर्मा ने यूनिवर्सिटी खुलने पर प्रंबधन टीम को शुभकामनाएं दी. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस यूनिवर्सिटी से ऐसे विद्यार्थी बाहर निकलेंगे, जो उद्योग और समाज की जरुरतों पर खरा उतरेंगे. यहां पढ़ाई, नौकरी के साथ-साथ विद्यार्थियों को पढऩे एक अच्छा माहौल मिलेगा तथा प्रबंधन की ओर से उन्हें बेहतर व्यक्तित्व का स्वामी बनाया जाएगा. क्योंकि शिक्षित होने के साथ-साथ व्यक्तित्व निखारना भी एक अहम विषय है.

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