कराईकेला थाना में प्रशासन ने भाजपा नेताओं को बुरूगुलीकेरा जाने से रोका, सात सदस्यीय टीम सड़क पर बैठी

भाजपाइयों ने जम कर हेमंत सरकार के खिलाफ किया नारेबाजी
रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर।
पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा में सात लोगों की गला काट कर हत्‍या मामले की जांच करने जा रही भाजपा की टीम को बंदगांव प्रखंड के कराईकेला थाना के समीप ही प्रशासन ने रोक दिया। प्रशासन के इस कदम से नाराज टीम के सदस्‍य थाना के सामने ही सड़क पर धरना पर बैठ गए । सड़क जाम होने से जन जीवन अस्त ब्यस्त हो गया। सैकड़ों गाड़ी जाम में फंस गया। बाद मेंं टीम को सोनुवा तक ही जाने की इजाजत मिली।
मालूम रहे कि भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुदड़ी हत्या कांड की जांच के लिए छह सदस्यीय कमेटी बनाई थी जिसमें गुजरात के सांसद जसवंत सिंह भाभोर, राज्यसभा सदस्य समीर उरांव, महाराष्ट्र के सांसद भारती पवार, छत्तीसगढ़ के सांसद गोमती साय, पश्चिम बंगाल के सांसद जोन बार्ला और झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री एवं खूंटी के विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा शामिल हैं। टीम के साथ भाजपा भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष लक्ष्मण गिलुवा,अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष अशोक सारंगी,भाजपा जिलाध्यक्ष मनीष राम,संजय मिश्रा, ललित नारायण ठाकुर, ललित मोहन गिलुआ, डॉक्टर अरुण उरांव, पूर्व विधायक पुतकर हेम्ब्रम, चुमनु उरांव भी शामिल थे।

*सभी वाहन से उतरकर बीच सड़क पर बैठे*
टीम के सदस्‍य वाहनों से प्रभावित गांव की ओर बढ़ रहे थे क‍ि कराईकेला थाना के सामने वाहनों को पुलिस ने रोक दिया। टीम को कहा गया कि उन्‍हें आगे जाने की इजाजत नहीं मिलेगी। रोकने की वजह पूछे जाने पर जिले के तीन प्रखंड क्षेत्रों में धारा 144 लागू होने का हवाला दिया गया और कहा गया कि 26 जनवरी तक धारा 144 लागू रहेगी। रोक दिए जाने के बाद भाजपा के सभी नेता थाना के सामने ही बीच सड़क पर बैठ गए। यह देखकर एसडीओ प्रदीप प्रसाद, एएसपी नाथू सिंह मीणा और डीएसपी अमर पांडेय एवं सुधीर कुमार पहुंचाने पहुंचे, लेकिन बात नहीं बनी।

*टीम के सदस्यों ने लीपापोती की मंशा का लगायाआरोप*
भाजपा की टीम के सदस्‍यों ने आरोप लगाया कि टीम को रोके जाने की मंशा मामले की लीपापोती करना है। इसी कारण आनन-फानन में धारा 144 लगाया गया है। हद यह कि पूर्व में प्रशासन को टीम के दौरे की सूचना दे दी गई थी, बावजूद इसके समय रहते धारा 144 लगाने की सूचना नहीं दी गई। सूचना तब मिली जब टीम खूंटी पहुंच गई। टीम ने रोके जाने के तरीके पर भी आपत्त‍ि जताई और बड़े अधिकारियों से बात करने की सलाह दी।

*भाजपाइयों ने हेमन्त सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी*

एसडीओ प्रदीप प्रसाद व अन्‍य अधिकारी टीम को रोके जाने की बाबत सफाई देते रहे और इस दौरान जमकर नारेबाजी होती रही। ‘झारखंड सरकार हमे डरती है, पुलिस को आगे करती है’ सरीखे नारे लगे। बातचीत के क्रम में 26 जनवरी के बाद दौरे के आग्रह पर टीम के सदस्‍यों ने कहा कि टीम में अलग-अलग राज्‍यों से प्रतिनिधि हैं और बाद में आने में परेशानी होगी। ऐसे में उन्‍हें मात्र पांच घंटे की मोहलत मिले तो टीम प्रभावितों से मिलकर लौट आएगी। प्रशासनिक पदाधिकारियों का कहना रहा कि यह संभव नहीं हो सकेगा।

*धरना के बाद पैदल मार्च किया भाजपा के प्रतिनिधि*

भाजपा की टीम का धरना करीब एक घंटे तक चला। टीम को प्रशासन ने सोनुवा तक जाने की इजात दे दी। इसके बाद टीम के सदस्‍यों ने पैदल मार्च कर सरकार विरोधी नारे लगाए और गाड़ियों से सोनुवा की ओर रवाना हो गए।
*संसद में उठेगा मामला: भारती पवार*

टीम की सदस्‍य व महाराष्‍ट्र की सांसद भारती पवार ने कहा कि टीम को रोका जाना दर्शाता है कि मामले में सरकार की मंशा सही नहीं है। उन्‍होंने कहा कि मारे गए लोगों के परिजन दहशत में हैं और वे कुछ नहीं बोल पा रहे हैं। सरकार मामले की लीपापोती में जुटी है। यह मामला संसद में उठेगा।

Share this News...