टीडब्ल्यूयू: हंगामेदार रही कमेटी मीटिंग, यूनियन नेतृत्व का घेराव कमेटी सदस्यों ने चार महीने के एकाउंट्स पेश करने का किया विरोध कमेटी सदस्यों में ग्रेड रिवीजन समझौता को लेकर आक्रोश

जमशेदपुर 17 अक्टूबर(रिपोर्टर): टाटा स्टील में ग्रेड रिवीजन समझौता होने के बाद टाटा वर्कर्स यूनियन की बुलायी गई कमेटी मीटिंग हंगामेदार रही. कमेटी मीटिंग में यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद व उनकी टीम चार महीने का एक साथ एकाउंट्स पेश करने के साथ ही पूरी तरह से घिर गए. कमेटी सदस्यों ने चार महीने के एकाउंट्स पेश करने के साथ ही विरोध करना शुरू कर दिया. कमेटी मीटिंग में स्थिति ऐसी बन गई कि अध्यक्ष बिना किसी सहमति के ही चार महीने का एकाउंट्स पास करने की घोषणा करते ही बैठक से निकल गए. उनके पीछे यूनियन के सभी पदाधिकारी भी निकल गए. कमेटी सदस्यों का दावा है कि मार्च व अप्रैल महीने का ही एकाउंट्स पास किया है और मई-जून के आय-व्यय के लिए यूनियन नेतृत्व को फिर से कमेटी मीटिंग बुलाने के लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है. यूनियन नेतृत्व ने चार महीने का एकाउंट्स पास करने का दावा किया है.
गुरुवार की सुबह माइकल जॉन ऑडिटोरियम में टाटा वर्र्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग हुई जिसमें श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. यूनियन के ट्रेजरर प्रभात लाल ने चार महीने के एकाउंट्स को जैसे ही पेश किया कि विरोध शुरू हो गया. कमेटी सदस्यों ने कमेटी मीटिंग में दो महीने का एकाउंट्स पास कराने को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. कमेटी सदस्यों ने आय-व्यय को लेकर सवाल करना शुरू कर दिया. यूनियन अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारी सवाल को लेकर बचने का प्रयास करने लगे. तभी यूनियन के पूर्व डिप्टी प्रेसीडेंट संजीव चौधरी, सीआरएम के कमेटी सदस्य अशोक गुप्ता मंच पर चढ़कर माइक संभाला लेकिन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने यह कह कर एके गुप्ता की बात को अनसुना कर दिया कि, आपको तो हमेशा एकाउंट्स में कुछ न कुछ परेशानी रहती ही है. वहीं, बैठक में पहली पंक्ति में बैठे सदस्यों को छोड़ कर 90 प्रतिशत कमेटी सदस्यों ने यूनियन नेतृत्व के विरोध में दिखे. हर कोई यूनियन नेतृत्व की कार्यप्रणाली, चार माह बाद कमेटी मीटिंग बुलाने, ग्रेड रिवीजन सममझौता, आय-व्यय में खर्च किए गए का यूनियन नेतृत्व से जवाब नहीं मिलनेे पर नाराज दिखे. कमेटी मीटिंग में हंगामे को बढ़ते हुए देख कर यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने बैठक को बीच में ही स्थगित कर बाहर निकल गए. अध्यक्ष के पीछे अन्य पदाधिकारी भी बाहर निकल गए.
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कमेटी सदस्यों ने लगाया तानाशाही रवैया का आरोप
टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी सदस्यों ने यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब भी किसी अध्यक्ष ने यूनियन के कमेटी सदस्यों की बात को अनसुना किया है उन्हें कर्मचारियों ने बाहर का रास्ता दिखलाया है.
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संजीव के साथ दिखे मात्र दर्जन भर कमेटी सदस्य
मंच से जब यूनियन के पूर्व डिप्टी प्रेसीडेंट संंजीव चौधरी ने एकाउंट्स पास नहीं होने पर अध्यक्ष से हाथ उठा कर पास कराने की मांग की तो तो आर रवि ने उनकी मांग को नहीं माना. बाद में संजीव चौधरी ने कहा कि जो कमेटी सदस्य एकाउंट्स का विरोध कर रहे हैं तो खड़े जो जाएं. उनके साथ कमेटी मीटिंग में करीब दर्जन भर कमेटी सदस्य खड़े हुए
विरोध करने वाले भी खुल कर नहीं आए सामने
टाटा स्टील में ग्रेड रिवीजन समझौता का कई कमेटी सदस्यों ने विरोध किया था. जब कमेटी मीटिंग में यूनियन नेतृत्व का विरोध करने का समय आया तो वे खुल कर सामने नहीं आए.
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उपचुनाव में यात्रा भत्ता पर खर्च को सवाल
कमेटी मीटिंग में कमेटी सदस्यों ने यूनियन किए गए खर्च का जवाब चाहती थी लेकिन यूनियन नेतृत्व इसके लिए तैयार नहीं हुई जिसमें गिफ्ट ऑफ एग्रीमेंट के नाम पर एक लाख 69 हजार 214 रुपये प्रतिवर्ष कहां खर्च हो रहे हैं, उप चुनाव के नाम पर यात्रा भत्ता पर 80 हजार क्यों खर्च हुए, जबकि यूनियन के पास पहले से ही कार हैं। ऑडिटर व फाइनल स्टेटमेंट की राशि में अंतर क्यों है, 60 लाख रुपये कहां ार्च हो गए. कमेटी सदस्यों ने मजदूरों के पसीने की कमाई पर मनमर्जी करने का आरोप लगाया.

अध्यक्ष को दी चुनौती करा लें चुनाव
बैठक में कुछ कमेटी सदस्य पूरी तरह आक्रोशित दिखे. उन्होंने अध्यक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनकी नजर में बेहतर ग्रेड रिवीजन हुआ है तो चुनाव करा लें उन्हें देखने को मिल जाएगा. एकाउंट्स के मामले पर भी चुनाव करा लें.
समर्थन करने वालों को चाहिए बेटे को नौकरी
हंगामे के दौरान कई कमेटी सदस्यों ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष की गलतियों पर समर्थन करने वाले सदस्यों को अपने बेटे, भाई व रिश्तेदारों के लिए नौकरी चाहिए, इसलिए अध्यक्ष के कार्यालय व घर के चक्कर लगाते हैं उनकी गलत बातों का भी समर्थन कर रहे है. कर्मचारी कमेटी सदस्यों को माफ नहीं करेंगे.

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