रांचीः गुमला से आया महज़ पांच साल का अंश अपने राज्य के मुख्यमंत्री से इतनी मोहब्बत करता है कि उसने उनके लिए पैसे जमा करने शुरु कर दिए। दरअसल हेमंत सोरेन के जेल जाने की खबर से आहत हो कर अंश लकड़ा ने अपने गुल्लक में घर वालों से मिले सिक्के डालने लगा। पूछने पर बताता था कि हेमंत सोरेन को जेल से छुड़ाने के लिए पैसे चाहिए होंगे इसलिए गुल्लक में सिक्के जमा कर रहा है। 5 वर्षीय अंश लकड़ा ने अपने पॉकेट मनी से पैसे बचाकर हेमंत सोरेन को जेल से रिहा कराने में मदद करने की ठानी थी। शुक्रवार को रांची में अंश लकड़ा ने सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की और उन्हें एक गुल्लक सौंपा। अंश का मानना था कि इन पैसों से मुख्यमंत्री को जेल से रिहा कराने में मदद मिलेगी।
हेमंत सोरेन अंश से मुलाकात कर हो गए भावुक
गुमला जिले के पगुरा गांव से अंश अपनी मां शांति लकड़ा के साथ मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा था। अंश के इस भावुक कार्य को देखकर मुख्यमंत्री भावुक हो गए। उन्होंने अंश के जज्बे की सराहना की और उन्हें अपना आशीर्वाद दिया। अंश की मां ने बताया कि अंश मुख्यमंत्री को अपना आदर्श मानते हैं।
अंश लकड़ा ने सीएम हेमंत को सौंप दी जमा पूंजी
हेमन्त सोरेन से राजधानी रांची के कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय परिसर हर दिन कोई ना कोई शिकायतों को लेकर या मदद मांगने आते हैं, लेकिन अंश कुछ मांगने नहीं बल्कि कुछ देने आया था। जी हां पांच साल के इस बच्चे ने अपनी पूरी जमा पूंजी हेमंत सोरेन को सौंप दी। अंश लकड़ा गुमला जिला के जारी प्रखंड स्थित सिकरी पंचायत के पगुरा गांव में रहता है औऱ अपनी मां के साथ हेमंत सोरेन से मिलने पहुंचा था और उसने मुख्यमंत्री को गुल्लक भेंट की ।
जेल जाने की खबर से आहत था अंश लकड़ा
मुख्यमंत्री को शांति लकड़ा ने बताया कि अंश लकड़ा को जैसे ही यह सूचना मिली कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जेल गए हैं, अंश लकड़ा ने उसी दिन से अपने पॉकेट खर्च के रूप में मिले पैसों से कुछ पैसे गुल्लक में जमा करना शुरू कर दिया ताकि उन पैसों से मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को जेल से रिहा कराने में मदद की जा सके।
बड़ी संख्या में बच्चे हेमंत सोरेन को पहुंचते हैं देखने
यह घटना इस बात का प्रमाण है कि हेमंत सोरेन बच्चों के बीच कितने लोकप्रिय हैं। राज्य के सुदूर क्षेत्रों के बच्चे भी उनके प्रति गहरा लगाव रखते हैं। अक्सर देखा गया है कि जब भी हेमंत सोरेन किसी क्षेत्र का दौरा करते हैं या सभा को संबोधित करते हैं, तो बड़ी संख्या में बच्चे उन्हें देखने और उनकी बातें सुनने आते हैं। मुख्यमंत्री भी सभी वर्गों के बच्चों को स्नेह और प्यार देते हैं। वे बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं। उनके नेतृत्व में राज्य सरकार बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएँ चला रही है।