अप्रैल के बाद वंदे भारत से 4 घंटे में जाइए रांची से पटना

रांची,4 फरवरी : पटना से रांची, पटना से हावड़ा तथा वाराणसी से गया-धनबाद होते हुए हावड़ा के लिए तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा. रेल बजट में बिहार को यह सौगात मिली है. नई वंदे भारत एक्सप्रेस चार घंटे में पटना से रांची पहुंचेगी. इसे पटना-इस्लामपुर होते हुए रांची के लिए बनी नई लाइन से चलाने की योजना है. इस लाइन से पटना से रांची की दूरी लगभग 50 किलोमीटर कम हो जाएगी. अप्रैल के बाद तीनों ट्रेनों का परिचालन कभी भी शुरू किया जा सकता है. जिस लाइन पर कवच और आटोमैटिक ब्लॉक सिग्नल सिस्टम का कार्य पूरा हो चुका है, वहां वंदे भारत की स्पीड 160 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी.
जनशताब्दी को पुराने रूट से ही चलाया जाएगा
गया रूट में कार्य पूरा कर लिया गया है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय से झाझा स्टेशन तक कवच सिस्टम लगाने काम पूरा हो जाएगा. जहां कवच और आटोमैटिक ब्लाक सिग्नल सिस्टम का कार्य पूरा नहीं हुआ है, वहां वंदे भारत की स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. पटना से चल रही जनशताब्दी को पुराने रूट से ही चलाया जाएगा.
गया -चतरा नई रेल लाइन के निर्माण को हरी झंडी: दानापुर मंडल रेल प्रबंधक प्रभात कुमार ने बताया कि गया के पर्यटन महत्व को देखते हुए गया से बोधगया व चतरा तक नई रेल लाइन के निर्माण को हरी झंडी दे दी गई है. पटना से रांची के बीच सीधी रेल लाइन के लिए कोडरमा से रांची के लिए नई रेल लाइन को हरी झंडी दे दी गई है. नटेसर-इस्लामपुर के लिए 22 करोड़ की राशि आवंटित की गई है. वहीं वजीरगंज-नटेसर-गया वाया गहलौर रेललाइन के सर्वे का काम शुरू किया गया है. कोडरमा तिलैया रेल परियोजना के लिए 275 करोड़ दिए गए हैं. मोकामा के पास गंगा में बन रहे महासेतु के लिए पांच सौ करोड़ मिले हैं. अगले वर्ष के अंत तक पुल का निर्माण पूरा कर लेने का निर्देश है.
रेल बजट में बिहार को 8 हजार 505 करोड़ आवंटित: रेल बजट 2023-24 में बिहार को 8 हजार 505 करोड़ रुपए आवंटित किये गए हैं. पूर्व-मध्य रेलवे के लिए इस बार बजट में 10 हजार 232 करोड़ का प्रविधान किया गया है. बिहार में पहले से ही 74 हजार 880 करोड़ की रेल परियोजनाओं पर काम चल रहा है. अकेले बिहार की नई-पुरानी रेल परियोजनाओं के लिए आठ हजार 505 करोड़ दिए गए हैं. नेउरा-दनियावां-शेखपुरा के लिए 300 करोड़ रुपये दिए गए हैं. अगले वर्ष जून तक इसका काम पूरा कर लिया जाएगा. यह मेनलाइन का तीसरा विकल्प होगा. नेउरा-शेखपुरा लाइन पटना-गया, किऊल-गया लाइन तथा बख्तियारपुर-कोडरमा लाइन को एक-दूसरे से जोड़ेगा. आरा-भभुआ नई रेललाइन के सर्वे का काम शुरू किया जाएगा.

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