रांचीः राज्य के मेधावी छात्रों के लिए आज का दिन खास रहा. इस साल 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हाथों पुरस्कृत किया गया. झारखंड मंत्रालय में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने जैक, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की परीक्षा में स्टेट टॉपर रहे विद्यार्थियों को तीन-तीन लाख रुपये, सेकंड टॉपर को 2-2 लाख रुपये और थर्ड टॉपर को 1-1 लाख रुपये का चेक प्रदान किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जैक बोर्ड के टॉपरों को स्कूटी के अलावे लैपटॉप और मोबाइल भी उपहार स्वरूप भेंट किया.
विद्यार्थियों के साथ-साथ विद्यालय प्रमाणीकरण के पहले चरण में चयनित 49 विद्यालयों को स्वर्ग पदक, 467 को रजत और 27 को कांस्य पदक दिया गया. इसके अलावे मुख्यमंत्री ने स्वच्छ विद्यालय अभियान के तहत मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार और ई-शिक्षा महोत्सव 2025-26 की शुरुआत की.
10वीं बोर्ड के स्टेट टॉपर किए गए सम्मानित
जैक बोर्ड-10वीं-गीतांजलि.
सीबीएसई-10वीं-अतुल्या श्रेष्ठ और आर्यन भारद्वाज.
आईसीएसई-10वीं-शांभवी जायसवाल.
12वीं बोर्ड के ये टॉपर्स किए गए सम्मानित
जैक बोर्ड-12वीं-आर्ट्स-देव तिवारी, साइंस-अंकिता दत्ता, कॉमर्स-रेश्मी कुमारी.
सीबीएसई-12वीं-अंकिता चक्रवर्ती और वैष्णवी स्वधा.
आईसीएसई-12वीं-आर्ट्स-तनिष्ठा चटर्जी, साइंस-अनुष्का सिंह और दिप्तेश गुप्ता, कॉमर्स-आदर्श काबड़ा.
सहायक आचार्यों और शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा
झारखंड मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा जेएसएससी द्वारा चयनित 909 सहायक आचार्य,33 प्लस टू शिक्षकों और 33 लैब सहायकों को नियुक्ति पत्र सौंपा और बधाई दी.
नेतरहाट विद्यालय में अब लड़कियों का भी दाखिला
इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि नेतरहाट स्कूल में लड़कों के साथ साथ लड़कियों की भी पढ़ाई शुरू होगी. उन्होंने कहा कि नेतरहाट विद्यालय की तर्ज पर राज्य में तीन चार स्कूल खोले जाएंगे. इसके लिए जमीन चिन्हित की जा रही है. उन्होंने कहा कि अब नेतरहाट स्कूल में लड़के-लड़कियों को एकसमान अवसर मिलेगा.
गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना का किया जिक्र
सीएम ने कहा कि सरकार ने उच्च शिक्षा ग्रहण करने में विद्यार्थियों को आर्थिक बाधा ना आए इसके लिए गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की है. इसके माध्यम से 15 लाख तक शिक्षा ऋण मिलेगा, जो बिल्कुल ही कम ब्याज दर पर है. इसके अलावे निजी स्कूल की तर्ज पर सरकार द्वारा आदर्श विद्यालय खोले गए हैं.