नोवामुंडी में अनिल खिरवाल के लौह अयस्क स्टॉकिंग यार्ड में पड़ा माइनिंग विभाग का छापा, अधिक खनन और भंडारण का आरोप

अनिल ख़िरवाल के दो अलग-अलग लौह अयस्क भंडारण किये गये ठिकाने पर छापेमारी की गई

नोवामुंडी,10 मई (रिपोर्टर) मंगलवार की दोपहर पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुंडी प्रखंड के तहत नोवामुंडी डीवीसी के सामने स्थित बांधबुरु बालाजी आयरन ओर माइंस के संचालक अनिल ख़िरवाल के दो अलग-अलग लौह अयस्क भंडारण किये गये ठिकाने पर छापेमारी की गई। जिले के खनन विभाग से पहुंचे माइनिंग इंस्पेक्टर राजेश हांसदा व खदान कर्मचारी प्रशांत प्रधान की दो सदस्यीय अधिकारियों की टीम ने सबसे पहले नोवामुंडी बस्ती पिनाकल ट्रेडर्स के लौह अयस्क भंडारण स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लौह अयस्क व लंप का जायजा लिया गया। माइनिंग विभाग से पहुंचे खदान प्रबंधक प्रशांत प्रधान ने खदान से लौह अयस्क उठाव, डिस्पैच और स्टॉक रजिस्टर का अवलोकन व जाँच किये। उन्होंने रजिस्टर का भौतिक सत्यापन करने के बाद अद्यतन रिपोर्ट तैयार किया। इसकी जाँच हेतु विभागीय अधिकारियों ने लैब में जांच कर ग्रेडिंग के लिये पॉलिथिन में लौह अयस्क लेकर चले गये। पूछताछ करने पर बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बांधबुरु स्थित आयरन ओर माइंस से उठाए गये लौह अयस्क भंडारण स्थल को जांच के लिये पहुंचे है। फिलहाल यहां से बोकना स्थित लौह अयस्क भंडारण स्थलीय जांच व भौतिक सत्यापन भंडार पंजी के साथ स्टाक का मिलान भी किया जाएगा। तैयार जांच की सारी रिपोर्ट जिले के कार्यालय में जमा किया जाएगा।
पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के अनिल ख़िरवाल का लौह अयस्क खदान नोवामुंडी प्रखंड के डीबीसी निकट स्थित बांधबुरु में बालाजी आयरन ओर माइंस के नाम से चलता है। खदान से लौह पत्थर खनन से लेकर इसकी ढुलाई के लिये 30 अप्रैल तक लीज मिली थी। इसके पहले इन्हें प्रत्येक वर्ष में करीब 75 हजार मैट्रिक टन लौह अयस्क ढुलाई की स्वीकृति मिली थी। इनपर खनन लीज अवधि खत्म होने के पहले पिनकल ट्रेडर्स स्टॉकिंग यार्ड जो चाहरदीवारी के भीतर और बाहर में स्वीकृति की मात्रा से अधिक लौह अयस्क भंडारण किया गया है। बोकना स्थित राजश्री मिनरल स्टॉकिंग यार्ड में भी खदान से अधिक खनन कर स्टॉक करने की शिकायतें हैं। इतना ही नहीं, इनके ऊपर खनन स्थल के आलावा दूसरे जगह से भी फाईंस उठाव करने का आरोप लगता आया है। वैसे, खदान प्रबंधन को प्रत्येक महीने 6.6 मैट्रिक टन लौह अयस्क खनन करना था,लेकिन संबंधित विभागों के आला आफिसरों के कथित मिली भगत के कारण यहाँ के कई बंद पडे खदानों से लौह अयस्क खोदायी व ढुलाई कर भंडारण का गोरख धंधा दिन रात बेरोकटोक जारी है।

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