एनएच 33 से दोमुहानी सड़क जर्जर हालत में तब्दील, आए दिन हो रहीं दुर्घटनाओं में राहगीर हो रहे घायल

चांडिल। एनएच 33 टाटा – रांची सड़क से सीधे जमशेदपुर शहर को जोड़ने वाली दोमुहानी सड़क की हालत खराब हो गई। पूरा सड़क जर्जर हालत में तब्दील हो चुका है। जगह – जगह बड़े छोटे गड्ढे हो गए हैं। वहीं, इस सड़क पर स्थित प्रायः सभी कल्वर्ट पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे सड़क के ऊपर गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों के कारण आए बाइक सवार गिर कर घायल हो रहे हैं। बता दें यह सड़क चांडिल वासियों एवं जमशेदपुर वासियों के काफी महत्वपूर्ण सड़क है। चांडिल क्षेत्र लोगों को शहर आने जाने का यह सुगम मार्ग है। वहीं, जमशेदपुर के सोनारी, कदमा, बिष्टुपुर, साकची, जुगसलाई आदि क्षेत्रों के लोगों के लिए यह सड़क संजीवनी बूटी की तरह है। जहां मानगो – पारडीह से होकर हाईवे निकलने के लिए करीब एक घंटे का समय गंवाना पड़ता है। वहीं, दोमुहानी सड़क से होकर जमशेदपुर वासी महज 20 मिनट में एनएच 33 कांदरबेड़ा पहुंच जाते हैं। इस तरह से करीब 40 मिनट तक समय की बचत होती हैं और जाम से राहत मिलती हैं।

मंत्री, विधायक, बड़े बड़े रईस का आना जाना इसी सड़क से : सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, ईचागढ़ विधायक सविता महतो, पोटका विधायक संजीव सरदार, जमशेदपुर पूर्वी विधायक सरयू राय समेत जमशेदपुर के प्रायः सभी नेता, बड़े बड़े रईस, टाटा समूह के अधिकारी इसी सड़क से आना जाना करते हैं। कभी कभी तो परिवहन मंत्री भी इसी सड़क से गुजरते हैं लेकिन अबतक किसी ने भी सड़क की दुर्दशा पर ध्यान नहीं दिया है। शायद एयरकंडीशनर लग्ज़री कार में सफर करने के कारण उन्हें सड़क के गड्ढों का आभास नहीं होता होगा।

2018 में हुआ था निर्माण : तत्कालीन रघुवर सरकार के समय 2018 मे इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हुआ था। करोडों रुपये मुआवजा राशि देकर जमीन अधिग्रहण करने के बाद निर्मित इस सड़क की हालत दिन प्रतिदिन बद से बदत्तर होती जा रही हैं। सड़क निर्माण पूरा होने के दो तीन साल बाद से ही सड़क जगह जगह उखड़ने लगा है। अबतक विभागीय अधिकारियों अथवा संवेदक द्वारा सड़क के मरम्मत की दिशा में कोई पहल नहीं हुआ है। यदि जल्द ही सड़क का मरम्मत नहीं होता है तो आने वाले समय में बड़ी दुर्घटना हो सकती हैं।

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