चांडिल : नीमडीह प्रखंड के पांडकिडीह गांव में शुक्रवार की आधी रात को जंगली हाथी ने लखिन्द्र टुडू को सूंड से फेंक कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बताया गया कि लखिन्द्र घर के पास शौच के लिए बैठा था, तब हाथी सूंड से जकड़ लिया। पास में मौजूद कुत्ते की झुंड के भौंकने के कारण हाथी का ध्यान कुत्ते की तरफ गया तब हाथी ने लखिन्द्र को फेंक दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि दो हाथी था, एक हाथी गांव में कटहल, आम आदि खाने में मशगूल था। दूसरा हाथी भोजन के तलाश में लखिन्द्र टुडू के घर के आसपास घूम रहा था। इस दौरान शौच के लिए निकले लखिन्द्र टुडू का हाथी से सामना हो गया। घटना शुक्रवार रात लगभग एक बजे का बताया गया। सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा कराने के बाद घायल युवक को बेहतर इलाज के लिए जमशेदपुर ले जाया गया।
वन विभाग के खिलाफ किया जायेगा जन आंदोलन : लाल मोहन गोराई
झारखंड आंदोलनकरी लाल मोहन गोराई ने कहा कि ईचागढ़ के जन मनुष्यों पर एक बहुत बड़ी जंगली हाथी का उत्पात की समस्या वर्षो से चलते आ रहा है। गज परियोजना के तहत हाथी के लिए सुरक्षित व्यवस्था करना चाहिए था। हाथी का खाना, पानी ओर तमाम व्यवस्था होना चाहिए जो कि नहीं हुआ। जिससे चलते पूरे ईचागढ़ क्षेत्र के जनता का दिन हो या रात जीना मुश्किल हो गया है। दलमा गज परियोजना के तहत सरकार की ओर से लाखो करोड़ों रुपया व्यवस्था किया जा रहा है लेकिन अभी तक हाथी के लिए सुरक्षित व्यवस्था नहीं हुआ जिससे चलते हाथी अक्सर जंगल से गांव की तरफ भटकते हैं। भोजन और पानी के तलाश में घर के दरवाजे को तोड़ते हैं। वन विभाग और ईचागढ़ के जन प्रतिनिधि इन सब का जिम्मेवार है। कितनों का जान जा चुका है कितनों का फसल बर्बाद हो गया है फिर भी वन विभाग कान में तेल लेकर सोया हुआ है। अगर वन विभाग सही कदम नहीं उठाया तो जनता के हित में आंदोलन होगा।