डुमरिया के लखाईडीह गांव पहुंची डीसी प्रकृति की छठा देख हुईं गदगद, लोगों ने भी जी भर के किया स्वागत

कहा -कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में भी जगा रहे शिक्षा का अलख
डुमरिया 23 जुलाई (रिपोर्टर) : उपायुक्त विजया जाधव के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम डुमरिया प्रखंड मुख्यालय से करीब 26 किलोमीटर दूर प्रखंड के आखिरी छोर पर तीन पहाडिय़ों के बीच बसे लखाईडीह गांव पहुंची. उपायुक्त ने ग्राम प्रधान की शिक्षा के प्रति सकारात्मक व प्रगतिशील सोच की प्रशंसा करते हुए कह कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में शिक्षा का अलख जगा रहे हैं, यह वास्तव में अनुकरणीय है. मौके पर उन्होंने बीडीओ को गांववासियों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर लगाने के निर्देश दिए. उपायुक्त गांव का भ्रमण कर ग्रामीणों की समस्याओं से भी अवगत हुई. इस दौरान उन्होंने पीएम आवास निर्माण, बिजली, पानी की उपलब्धता तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर ग्रामीणों को आश्वस्त किया.
उन्होंने कहा कि ग्रॉस डेवलपमेंट इंडेक्स की तरह खुशियों को मापने का अगर कोई पैमाना होता तो लखाईडीह ग्रामवासी उसमें अव्वल स्थान पाते. यहां के लोग बहुत ही खुश हैं, मस्त हैं तथा काफी दिल से लगाव रखनेवाले लोग हैं. लखाईडीह गांव टूरिस्ट स्पॉट डेवलप होने का पॉटेंशियल रखता है. गेस्ट हाउस जैसा कुछ चार-पांच कमरे का निर्माण कराया जाए जहां लोग रात्रि विश्राम कर सकें तो पर्यटन के दृष्टि से भी बहुत अच्छा विकास होगा. रोड कनेक्टिविटी पहले से काफी बेहतर हुई है, कुछ-कुछ कमियां हैं जो पूरी कर दी जाएंगी. आदिवासी बहुल क्षेत्र है ऐसे में कल्याण विकास से छात्रावास दिलाने का प्रयास होगा. उन्होंने बीडीओ को 50-50 बेड के छात्र एवं छात्राओं के आवासन हेतु छात्रावास निर्माण का प्रस्ताव देने का निर्देश दिया. प्रशासनिक टीम में डीडीसी प्रदीप प्रसाद, एडीसी सौरभ सिन्हा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजीव रंजन तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी साधुचरण देवगम, अंचल अधिकारी रामनरेश सोनी शामिल थे.

‘सोलर विलेज’ के रुप में हो सकता है चयन
उपायुक्त ने कहा कि गांव में सोलर का पॉटेंशियल है तो बिजली बाधित होने की स्थिति में सोलर विलेज के रूप में भी चयन किया जा सकता है. कल्याण विभाग से अस्पताल निर्माण का भी प्रस्ताव दिया जाएगा तो आसपास के क्षेत्र काफी लाभदायक होगा. शिक्षा, कौशल विकास तथा पर्यटन के दृष्टि से इस गांव का विकास एजेंडा में रहेगा. मोबाइल टॉवर को लेकर उन्होने कहा कि ऊंची-ऊंची जगहों पर मोबाइल नेटवर्क आते हैं बाकि पूरा एरिया शैडो क्षेत्र है. ओडि़शा का बॉर्डर भी मात्र 10-12 किमी दूर है तो रणनीतिक लिहाज से तथा कनेक्टिविटी पॉलिसी के तहत वैसे भी सुदूर क्षेत्र में मोबाइल टॉवर लगाया जाना है तो इस गांव में टॉवर लगाना हमारी प्राथमिकता रहेगी.

उपायुक्त ने बजाये पारंपरिक वाद्य यंत्र
नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचने पर पूरी टीम का ग्रामीणों ने पारंपरिक रुप से स्वागत किया. इस दौरान उपायुक्त भी खुद को नहीं रोक पाईं तथा ग्रामीणों की हौसला अफजाई करते हुए उन्होंने भी पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाये. डीडीसी एवं बीडीओ ने जहां मांदर की थाप पर ग्रामीणों का साथ दिया वहीं उपायुक्त ने महिलाओं के साथ नृत्य कर उनकी कला की तारीफ की.

गांव के एक भी व्यक्ति नहीं करते नशापान
प्रशासनिक अधिकारियों को ग्राम प्रधान कान्हू राम टुडू ने बताया कि लगभग 500 साल पहले बसे इस गांव में कोई भी व्यक्ति नशापान नहीं करते. गांव में उनके प्रयास से एक झोपड़ी में विद्यालय की स्थापना की गई थी जिसे बाद में जिला प्रशासन द्वारा आवासीय विद्यालय एवं एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय की स्थापना की गई. उन्होने बताया कि गांव में आसपास के प्रखंडों जैसे बहरागोड़ा, पोटका, मुसाबनी, गुड़ाबांदी आदि के बच्चे आवासीय विद्यालय में रहकर पढ़ाई करते हैं.

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