तिरपाल का तंबू बना विस्थापितों का सहारा, चांडिल डैम के कारण जलमग्न हुए 43 गांव

चांडिल । चांडिल डैम के जलस्तर बढ़ने के कारण अबतक सैकड़ों घरों में पानी घुस आया है। लोग बंद पड़े स्कूलों, सामुदायिक भवन, पंचायत भवन आदि जगहों में शरण ली है। वहीं, ईचागढ़ के कुछ परिवार पातकुम पुल पर तंबू लगाकर आश्रय लिया है। तिरपाल के तंबू तले पूरा परिवार 24 घंटे से शरणार्थी बनकर रह रहा है। हालांकि, शनिवार दोपहर को डैम के नौ फाटक को खोले जाने के बाद जलस्तर कम होने लगी हैं लेकिन स्थिति अभीतक सामान्य नहीं है। सड़कें जलमग्न हैं और जन जीवन अस्त व्यस्त हैं। विस्थापित आश्रयस्थल की खोज में भागम भाग कर रहे हैं। बताया जाता हैं कि शनिवार पानी घुसने से कुकडू प्रखंड के दयापुर, किशुनडीह, आमाबुरु आदि गांवों में दर्जनों घर ढह गया है।
रांची सांसद संजय सेठ ने कहा है कि भीषण बारिश के कारण चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ गया है और इसके कारण पूरा क्षेत्र जलमग्न हो चुका है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि अबतक इन्हें राहत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। सांसद सेठ ने ईचागढ के आस-पास डूबने वाले 43 गांवों में अविलंब राहत पहुंचाने के लिए उपायुक्त को निर्देश दिया है।
सांसद सेठ ने कहा कि विगत दो दिनों के मूसलाधार बारिश के कारण चांडिल डैम के आसपास के 43 गांव प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुए हैं। अब तक राहत कार्य के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन उन गांवों में अविलंब राहत सामग्री, भोजन, खाद्य सामग्री, दवाइयां व जरुरत की सभी चीजें लोगों तक पहुंचाए। जितने भी प्रभावित गांव है, अधिकारी उन गांव में जाकर नुकसान का आकलन करें। प्रभावित ग्रामीणों को त्वरित रूप से मुआवजा दिया जाए।
इन गांवों में पानी निकलने के बाद प्रशासन सभी गांव में चिकित्सा शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करें। व्यापक पैमाने पर सफाई अभियान चलाए जाएं क्योंकि पानी कम होने पर कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सांसद ने कहा कि राज्य सरकार व प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि डैम का जलस्तर किसी भी हाल में 180 मीटर से ऊपर ना हो। साथ ही चांडिल डैम से जो औद्योगिक संस्थान लाभ लेते हैं। उसके लाभ के राशि से विस्थापित गांवों के मूलभूत सुविधाओं पर खर्च किया जाए।

विस्थापितों के बीच पहुंचा आजसू, कार्यकर्ताओं ने बांटी राशन सामग्री व तिरपाल वितरण

आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो के अनुज देवराज महतो के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कुकडू के आमाबुरु, दयापुर, झापागोड़ा आदि विस्थापित गांवों का दौरा किया गया। इस दौरान जिन परिवारों के घर डूबे हैं और क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन परिवारों को आजसू पार्टी की ओर से तिरपाल तथा कच्चा राशन सामग्री उपलब्ध कराया गया। देवराज महतो ने विस्थापितों से कहा कि जबतक डैम का जलस्तर कम नहीं हो जाता है, तब तक पानी से दूर सुरक्षित जगहों पर तिरपाल का तंबू बनाकर शरण लेकर रहें। उन्होंने लगातार विस्थापित गांवों में राहत कार्य चलाने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि सरकार को विस्थापितों की सुधि लेनी चाहिए और उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में पहल करनी चाहिए। किसी गरीब के घर को अचानक पानी में डूबा देना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी कड़ी निंदा करते हैं। इस मौके पर प्रखंड अध्यक्ष अरुण महतो, बादल महतो, हरेकृष्ण महतो, बुद्धदेव बनर्जी, गिडू महतो आदि मौजूद थे।

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