वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को पेश वार्षिक बजट में इनकम टैक्स की सीमा बढ़ा कर 12 लाख रुपये कर दी है। यानी, अगर आपकी आमदनी सालाना 12 लाख रुपये है तो आपको टैक्स नहीं देना पड़ेगा। इसे इस प्रकार समझें कि नए टैक्स नियमों के तहत अब शून्य से 12 लाख रुपये की आमदनी पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। अगर आपकी आमदनी 12 से 15 लाख रुपये सालाना है तो आपको 15 प्रतिशत, 15 से 20 लाख रुपये तक सालाना आमदनी है तो 20 प्रतिशत और 20 से 25 लाख के बीच में सालाना आमदनी है तो आपको 25 प्रतिशत टैक्स देना होगा। 25 लाख से ऊपर की आमदनी पर 30 प्रतिशत टैक्स देना होगा। यह इनकम टैक्स की नई रिजीम के लिए प्रस्तावित है। पुराने रिजीम वालों को इसका कोई फायदा नहीं होना। इस प्रकार, जब हफ्ते भर के बाद दिल्ली में विधानसभा चुनाव होना है तो एक तरह से मध्यम वर्ग के वोटरों को राहत दी गई है। संभव है, दिल्ली का मध्यम वर्ग केंद्र सरकार के इस बड़े फैसले से भाजपा के पक्ष में वोट दे दे। अगर आपको राजनीति की थोड़ी भी समझ होगी तो आपको पता होगा कि दिल्ली का मध्यम वर्ग ही किसी भी चुनाव में सबसे बड़ा फैक्टर होता है। यह वही वर्ग है, जो लगातार अरविंद केजरीवाल को वोट देता रहा है। अरविंद केजरीवाल ने इस वर्ग को साधने के लिए हर तरह के यत्न किये भी लेकिन आज सीतारमण का जो ब्रह्मास्त्र चला है, वह अगर 5 फरवरी को केजरीवाल पर भारी पड़ जाए तो कोई अचरज नहीं।
यह सही है कि बजट देश का है। यह संयोग है कि दिल्ली में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं। लेकिन, यह तथ्य भी गलत नहीं कि दिल्ली में काम करके कमाने वालों की संख्या देश के अन्य राज्यों से कहीं ज्यादा ही है। 26-27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर तपस्या कर रही भाजपा को वित्तमंत्री के इस ब्रह्मास्त्र से लाभ हो जाए तो किसे गुरेज हो सकता है। यह राजनीति है और भारत में हर चीज में राजनीति करना दशकों पुरानी परंपरा सी हो गई है। लिहाजा, देखने वाले इस बजट को सीधे-सीधे दिल्ली के चुनाव से जोड़ कर देख रहे हैं तो उसमें कोई गुरेज नहीं होना चाहिए। मनमोहन सिंह की सरकार, या उसके पहले पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में भी ये सब होता रहा है।
दरअसल, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज ही मीडिया से कहा था कि टैक्स टेरोरिज्म खत्म करना जरूरी है। वह भी 10 लाख रुपये सालाना आमदनी वालों के लिए टैक्स शून्य करने के पक्षधर रहे हैं। लेकिन, सीतारमण तो उनसे भी दो कदम आगे निकलीं। उन्होंने सीधे 12 लाख रुपये तक की आमदनी को टैक्स फ्री कर दिया।
जैने-माने पत्रकार किशोर झा कहते हैः आज का दिन बड़ा शुभ है। इनकम टैक्स में छूट वर्षों से हम लोगों की मांग रही थी। निर्मला जी ने तो आज हम लोगों को खुश कर दिया।
गोरखपुर के फोटो जर्नलिस्ट शफीक ने टिप्पणी कीः जब आमदनी नहीं रहेगा तो आदमी आयकर कहां से भरेगा। सरकार का टैक्स में छूट देना अच्छी पहल है लेकिन रोजगार के द्वार भी सरकार को ही खोलने होंगे। वित्तमंत्री ने रोजगार की बात तो की है लेकिन कोई रास्ता नहीं बता पाईं। जो रास्ता उन्होंने बताया, वह हर साल बताती हैं। जमीन पर उतरता कुछ नहीं है। मुझे लगता है कि रोजगार बढ़े तो लोगों को टैक्स देने में भी दिक्कत नहीं होगी।