उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होते ही छलका कुणाल षाड़ंगी का दर्द….

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी का एक्स हैंडल औ र फेसबुक परकी गई टिप्पणी को लेकरे चर्चा और प्रतिक्रियाओँ का दौर सोशल मीडिया पर तेज हो गया है। उल्लेखनीय है कि कुणाल ने यह टिप्पणी शाम करीब साढे सात बजे पोस्ट किया है। उसके पहले भाजपा द्वारा संसदीय सीटों के लिये उम्मीदवारों की ूसूची जारी की गई । कुणाल षाड़ंगी जमशेदपुर संसदीय सीट से प्रवल दावेदार के रुप में सक्रिय थे। साल 2019 विधान सभा चुनाव के ठीक पूर्व बहरागोड़ा के झामुमो विधायक कुणाल षाड़ंगी बीजेपी में शामिल हुए थे। और बीजेपी के टिकट पर बहरागोड़ा से विधान सभा चुनाव लड़े और हार गये। उस सीट पर झामुमो के समीर मोहंती ने जीत हासिल की। उस समय रघुवर दास मुख्य मंत्री थे। इसके बाद पिछले पांच वर्षों से वे जमशेदपुर संसदीय सीट पर काफी सक्रिय रहे। फिलहाल बहरागोड़ा पर अब डा दिनेशानंद गोस्वामी की नजर है। उनका पोस्ट इस प्रकार है-
स्वामी विवेकानंद अक्सर कहते थे। दिल और दिमाग के बीच के संघर्ष में इंशान को हमेशा दिल की आवाज सुननी और चुननी चाहिये।
उनके इस पोस्ट पर फेसबुक पर काफी प्रतिक्रिया आ रही है। एक यूजर शुभम कुमार गिरी ने लिखा है- घर वापसी कर लीजिये दादा. एक अन्य यूजर बबलु गिरी ने कहा है- समय आ गया है घर वापसी का। दुर्गा प्रसाद हांसदा ने लिखा है-चाचा की शरण में जाइये। सपन कुमार लिखा है बीजेपी बाहरियों की पार्टी है,आप मातृभूमि की रक्षा करें।

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