15.76 लाख दीपों से अयोध्या जगमग,गिनीज बुक में नाम दर्ज

पीएम बोले- दीपक देश के आदर्शों, मूल्यों और दर्शन के जीवंत ऊर्जापुंज

अयोध्या,23 अक्तूबर : अयोध्या ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। इस साल के दीपोत्सव में अयोध्या के सरयू तट पर 15 लाख से ज्यादा दीये जलाए गए। इसके साथ ही अयोध्या का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर इसका प्रमाणपत्र सौंपा गया। बता दें कि रविवार को नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में दीपोत्सव का दीप जलाकर आगाज किया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दीपावली के दीपक हमारे लिए सिर्फ वस्तु नहीं हैं बल्कि भारत के आदर्शों के जीवंत ऊर्जापुंज हैं। दीपावली से ठीक एक दिन पहले अयोध्या के सरयू तट पर दीपोत्सव का आयोजन किया गया था। पीएम मोदी ने पहला दीप जलाकर इसका आगाज किया। उन्होंने के आगाज के बाद सरयू का किनारा दीपों से जगमगा उठा। इसके बाद शानदार लेजर शो ने लोगों का मन मोह लिया। लेजर शो के जरिए संगीत से सजी राम कथा का प्रस्तुतीकरण किया गया। इसके बाद लता मंगेशकर के ‘ठुमक चलत रामचंद्र’ गीत प्रस्तुत कर स्वर कोकिला को श्रद्धांजलि दी गई। फिर रघुपति राघव राजाराम और गायक उदित नारायण की आवाज में मंगल भवन अमंगल हारी जैसे गीतों पर लोग झूमते रहे। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी भी मंत्रमुग्ध होकर पूरा कार्यक्रम देखते रहे। अयोध्या के तट पर इस बार 15 लाख 76 हजार दीये जले और इसके साथ ही अयोध्या ने इतिहास रच दिया। एख बार फिर अयोध्या का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर सर्टिफिकेट सौंपा गया। इसके पहले क्षिप्रा घाट का नाम इसके लिए वर्ल्ड रेकॉर्ड के तौर पर दर्ज था। उसने भी अयोध्या का रेकॉर्ड तोड़ा था। अयोध्या ने फिर अपना मुकाम हासिल कर लिया है।
पीएम ने जलाया पहला दीप
दीपोत्सव के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भगवान श्रीराम का अभिषेक किया और जय सियाराम जय जय श्रीराम के नारे के साथ भाषण का शुभारंंभ किया। पीएम मोदी ने कहा कि श्रीरामलला के दर्शन और उसके बाद राजा राम का अभिषेक, ये सौभाग्य रामजी की कृपा से ही मिलता है। मुझे खुशी है कि आज देश-विदेश में अयोध्या के इस भव्य आयोजन का प्रसारण हो रहा है। मैं आप सबको बधाई देता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन बताता है कि हमारे अधिकार हमारे कर्तव्य से स्वयं सिद्ध हो जाते हैं। श्रीराम ने अपने जीवन में कर्तव्यों को सर्वाधिक जोर दिया। उन्होंने वन में रहकर साधुओं की संगत की। पीएम मोदी ने कहा कि एक समय वो भी था जब हमारे ही देश में श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाए जाते थे। इसका नतीजा यह हुआ कि हमारे देश के धार्मिक स्थलों का विकास पीछे छूट गया। पिछले आठ साल में हमने धार्मिक स्थानों के विकास के काम को आगे रखा है। हमने भारत के तीर्थों के विकास की एक समग्र सोच को सामने रखा है।
राममंदिर निर्माण स्थल का लिया जायजा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहाँ से राम जन्म भूमि गए। वहां हो रहे कार्यों का अवलोकन लिया। यहाँ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, चंपत राय भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीरामलला विराजमान में दर्शन पूजन के बाद सीधा निर्माणाधीन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का रुख किया। उन्होंने राम मंदिर निर्माण स्थल का अवलोकन किया। उनके साथ राममंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र के साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय भी मौजूद थे।

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