टाटा स्टील माइंस में तीनों शिफ्ट में काम करेंगी महिलाएं देश की पहली कंपनी बनी टाटा स्टील एक सितम्बर से नया नियम लागू किया

जमशेदपुर, 2 सितम्बर(रिपोर्टर): टाटा स्टील नोआमुंडी आयरन माइंस में अब
सभी शिफ्ट में महिलाएं काम करेंगी. टाटा स्टील ने अपने नोआमुंडी आयरन
माइन में सभी शिटों में महिला माइनिंग इंजीनियरों को तैनात कर लैंगिक
विविधता में उत्कृष्टता हासिल करने के मामले में उल्लेखनीय उपलब्धि अपने
नाम की है. कंपनी ने इस अग्रणी प्रयास को गति देने के लिए खनन, विद्युत,
यांत्रिक और खनिज प्रसंस्करण इंजीनियर समेत विभिन्न धाराओं से दस महिला
अधिकारियों की भर्ती की है. टाटा स्टील माइंस में सभी शिटों में महिलाओं
को तैनात करने वाली देश की पहली कंपनी बन गयी है. टाटा स्टील माइंस में
एक सितम्बर नया नियम प्रभावी हो गया है. नोआमुंडी माइंस सभी शिफ्ट मेंं
महिलाओं को तैनात करने वाला पहला डिवीजन बन गया. टाटा स्टील ने एक
अप्रैल, 2्र19 से महिला कर्मचारियों के लिए अपने जमशेदपुर प्लांट के शॉप
फ्लोर में दो शिफ्ट शुरू किया था. सुबह छ: बजे से रात दस बजे तक ए व बी
शिफ्ट मेंं अपने कोक प्लांट, इलेक्ट्रिकल रिपेयर शॉप फ्लोर में कुल 52
महिला कर्मचारियों को तैनात किया गया था. टाटा स्टील ने 2025 तक लैंगिंक
समानता का कम करने के लिए 20 प्रतिशत महिला अधिकारियों व कर्मचारियों को
शामिल करने का निर्णय लिया. कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट  रॉ मैटेरियल अरुण
मिश्रा ने कहा कि हम माइंस में महिलाओं को तैनात कर बेहद खुश हैं. हम
व्यापक प्रतिभा समूह तक पहुंच बना कर विविध व समावेशी कार्यबल बनाने के
लिए व्यक्तियों की विशिष्टता का सम्मान करते हैं. हम अपनी खानों के सभी
सेक्शन में अधिक से अधिक महिलाओं की भर्ती करने के लिए अपनी सुविधाओं को
ब$ढा रहे हैं. उन्होंने कहा कि माइंस में महिलाओं का नियोजन एक स्पष्ट
व्यवसायिक मामला है. टाटा स्टील की यह नई पहल है

Share this News...