मोदी ने ईयू के सदस्यों से कहा- जो भी देश आतंकियों का समर्थन करता है, उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई हो

मोदी ने कहा- आतंकवाद के खात्मे के लिए जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जानी चाहिए
यूरोपीय सांसदों का दल मंगलवार को कश्मीर के हालात जानने के लिए राज्य के दौरे पर जाएगा
नई दिल्ली. 28 अक्टूबर (इएमएस)यूरोपीय यूनियन (ईयू) सांसदों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिला। मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री और सांसदों के बीच कश्मीर के मौजूदा हालात पर चर्चा हुई। मोदी ने अपने संबोधन के दौरान सांसदों को कश्मीर समेत भारत के अन्य हिस्सों के दौरे के लिए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि जो भी देश आतंकवाद का समर्थन करता है, उसके खिलाफ जल्द कार्रवाई किए जाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंक के खात्मे के लिए जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जानी चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा, “जम्मू-कश्मीर दौरे के बाद डेलिगेशन वहां की संस्कृति और धार्मिक विविधता के बारे में ज्यादा अच्छी तरह समझ पाएगा। साथ ही उन्हें सरकार के विकास और शासन की प्राथमिकताएं भी दिखाई देंगी।” सांसदों का दल मंगलवार को कश्मीर जाएगा।

अमेरिकी सांसद कर चुके हैं कश्मीर में प्रवेश देने की मांग

इससे पहले अमेरिका के 6 सांसदों ने भारतीय राजदूत हर्षवर्धन शृंगला को पत्र लिखकर मांग की थी कि उन्हें और विदेशी पत्रकारों को कश्मीर जाने की अनुमति दी जाए। अमेरिकी सांसदों ने अपने पत्र में दावा किया है कि कश्मीर घाटी को लेकर भारत की तरफ से जो तस्वीर पेश की जा रही है, वह उनके सहयोगियों की बताई स्थिति से अलग है। पत्र में सभी राजनीतिक बंदियों को तत्काल रिहा करने की मांग भी की गई।

14 अक्टूबर को राज्य में पोस्टपेड सेवाएं शुरू की गईं
जम्मू-कश्मीर के 10 जिलों में पोस्टपेड मोबाइल सेवा प्रतिबंध लगाए जाने के 70 दिन बाद शुरू की गई थीं। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर 5 अगस्त से सभी मोबाइल और लैंडलाइन सेवाएं बंद कर दी गई थीं। हालांकि, प्रीपेड मोबाइल सेवाओं को धीरे-धीरे खोलने की बात कही गई थी।

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