मैडम लगता है कौशल विकास वाला हम लोगो को बेच दिया हैं बैंगलुरू में फंसे महिला श्रमिको ने जिप अध्यक्ष को भेजा पत्र

चाईबासा डीएम के नाम से फोन पर दी जा रही है धमकी

चाईबासा कार्यालय, १९ मई : पश्चिमी सिंहभूम की ६० युवतियां रांची के आरएसडब्लुएम डीडीयू-जीकेवाई टे्रनिंग सेंटर रांची से कौशल विकास के तहत सिलाई का प्रशिक्षण लिया था। दिसम्बर २०१९ में संस्थान के संचालक द्वारा कर्नाटक के बैंगलुरू स्थित पर्ल ग्लोबल इंस्ट्रीज लिमिटेड में पेलेसमेंट कराया गया था। उक्त कंपनी में लडकियों से सिलाई का काम कराया जा रहा है। कोरोना संकट के दौरान भी उन लोगो से लगातार काम लिया जा रहा है, लेकिन रहने का भा$डा और खाद्य सामग्री का पैसा काट लेने के बाद भी खाद्य सामग्री भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। किसी तरह अपने पैसे से खाद्य सामग्री ल$डकियां खरीद रही है। इन ल$डकियों ने जिला परिषद अध्यक्ष लालमुनी पुरती को पत्र लिखकर उनलोगो को अपने जन्मभूमि वापस ले जाने की गुहार लगायी है। श्रीमती पुरती ने बताया कि इन लडकियों के साथ काफी उत्पी$डन किया जा रहा है। ल$डकियों ने बताया है कि लगता है कि उन्हें कौशल विकास वाले बेच दिये है। इन ल$डकियो द्वारा प्रवासी मजदूर वापसी हेतु निबंधन कराया गया है। इसके बाद ७९७९९४८०१६ से इन ल$डकियों को फोन जा रहा है और फोन करने वाला अपने को डीएम चाईबासा बताते हुए यहां वापस लौटने पर कार्रवाई करने की धमकी दे रहा है। जिप अध्यक्ष लालमुनी पुरती ने वस्तुस्थिति से पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल को अवगत करा दी है। उन्होंने फर्जी डीएम के नाम से जिस नम्बर से ल$डकियों को धमकी दी जा रही है, उक्त नम्बर भी उपलब्ध करवा दिया गया है। श्रीमती पुरती ने केन्द्रीय जनजातीय मामले की मंत्री अर्जुन मुण्डा को भी कोल्हान की बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार की जानकारी दे दी हैं। उल्लेखनीय है कि इस लॉकडाउन के दौरान ही इसी तरह का एक मामला सामने आया था। जिसमें संचालक रांची के संस्था द्वारा सफाई दी गयी थी और जिला प्रशासन द्वारा भी उसपर मुहर लगायी गयी थी। पिछले सरकार के कार्यकाल में जिले के कितने युवक-युवतियों को कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण दिया गया, किन-किन कंपनियों में ताम-झाम से प्लेसमेंट कराया गया, वर्तमान में उक्त युवक-युवतियां किस स्थिति में है, कहां है इस संबंध में जिला प्रशासन को विस्तृत जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।

Share this News...