मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार की मुश्किलें बढ़ीं, कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डांग ने विधानसभा सदस्यता से दिया इस्तीफा

मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को बड़ा झटका लगा है। गुरुवार शाम मध्य प्रदेश कांग्रेस के विधायक हरदीप सिंह डांग ने विधानसभा सदस्य के पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा उस समय आया है जब मंगलवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि उनकी सरकार को न तो कोई खतरा है और न ही किसी को इस बारे में कोई चिंता करने की जरूरत है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हरदीप सिंह उन लापता चार विधायकों में से एक बताए जा रहे हैं, जिनके गायब होने की बात सामने आई थी।

उनकी टिप्पणी वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के इन आरोपों के एक दिन बाद आई कि भाजपा नेता प्रदेश सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस विधायकों को भारी धनराशि देने की पेशकश कर रहे हैं। कमलनाथ ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि कांग्रेस विधायकों ने भाजपा नेताओं के धनराशि देने के प्रस्ताव की जानकारी उन्हें उपलब्ध कराई है। मुख्यमंत्री ने भोपाल में एक कार्यक्रम से इतर कहा-विधायकों ने मुझे बताया कि उन्हें काफी धनराशि देने का प्रस्ताव मिला है, मैंने विधायकों से कहा है कि अगर मुफ्त में यह पैसा मिल रहा है तो वे इसे ले लें।

वहीं मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार में शामिल एक निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने कहा था कि जब तक कमलनाथ की सरकार है, तब तक मैं उनके साथ हूं। आगे उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर सरकार गिर जाती है तो मेरे विकल्प खुले रहेंगे। मैं अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता के हित को ध्यान में रखते हुए फैसला लूंगा। मध्य प्रदेश के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर बुधवार को कांग्रेस ने दावा किया था कि बीजेपी काले धन के जरिए कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है, लेकिन वह सफल नहीं होगी। पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने यह आरोप भी लगाया कि यह सब बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर हो रहा है।

वहीं मध्यप्रदेश के बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने कांग्रेस द्वारा भाजपा पर लगाए जा रहे उनकी खरीद-फरोख्त और अपहरण के आरोपों से गुरुवार को साफ-साफ इनकार किया है। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया था कि वे बसपा और सपा विधायकों को भाजपा से बचाकर विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल लेकर आए। बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा, रामबाई तथा सपा विधायक राजेश शुक्ला ने कांग्रेस के इन आरोपों से इंकार किया कि उन्हें भाजपा नेताओं ने बहला- फुसलाकर अगवा कर लिया था।
मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश की कांग्रेस सरकार के लिए अपना समर्थन दोहराते हुए इन विधायकों ने इस बात से इनकार किया कि भाजपा के किसी भी नेता ने उनसे संपर्क कर सरकार गिराने के लिए सौदेबाजी की है। गौरतलब है कि प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोत के साथ कांग्रेस, बसपा और सपा विधायकों का एक समूह बुधवार दोपहर बाद विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल आया था।

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