रवि सेन
चांडिल: चांडिल पॉलिटेक्निक के विद्यार्थियों को रविवार को आल इंडिया कौंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन की गाइडलाइन्स के अनुसार कोरोना वायरस से बचाव की जानकारी दी गयी. संस्थान के प्राचार्य डॉ नीरज प्रियदर्शी ने बताया कि इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. इस कोरोनावायरस (कोवाइड-19) में पहले बुखार होता है, इसके बाद सूखी खांसी होती है और फिर एक हफ्ते बाद सांस लेने में परेशानी होने लगती है. सिविल डिपार्टमेंट के बिभागाध्यछ अजित कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें. इस अवसर पर काफी संख्या में छात्र छात्राए उपस्थित थे.