रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर :-मंगलवार 3 मार्च को स्वतंत्रता सेनानी वीर महाराजा अर्जुन सिंह के शहादत दिवस पर चक्रधरपुर के चेकनाका स्थित चौक का नाम अर्जुन सिंह चौक और सौंनुआ रोड का नाम महाराजा अर्जुन मार्ग रखने की घोषणा की गई है। इस मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लछमण गिलुआ ने भी कहा कि ये मिट्टी वीर अर्जुन सिंह जैसे शहीदों के शहादत से रँगी हुई है। सर्वस्व राजपाट त्याग कर देश के लिए मर मिटनेवाले वीर को शहादत दिवस पर नमन करता हूँ। वो वैसे वीर योद्धा थे, जिन्हें सिंहभूम की प्रजा की स्वतंत्रता प्रिय थी,इसलिये अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई किया। कहा कि सहमति बनी है कि चेकनाका चौक का नाम वीर अर्जुन सिंह चौक होंगा,और सोनुआ पोड़ाहाट रोड का नाम अर्जुन सिंह मार्ग होगा। जिस पर मैं भी सहमत हूँ। जो भी सरकारी प्रक्रिया होगी। मैं जिला प्रशासन से मिलकर बात रखूंगा। इसके अलावे वीर महाराजा अर्जुन सिंह बाल उद्यान के सौंदर्यीकरण और प्रतिमा को पत्थर से बनाने की पहल करने की बात कही।
[: *वीर महाराजा के शहादत को नमन : जगन्नाथ* विधायक प्रतिनिधि जय जगनाथ प्रधान ने श्रधानजली अर्पित करते हुए कहा कि चौक का नामकरण अर्जुन सिंह चौक देने के वावजूद ये इलाका स्वतंत्रता सेनानी का ऋणि रहेगा। मैं उस महापुरुष को नमन करता हूँ, जो प्रजा प्रिय थे। प्रजा की स्वतंत्रता के लिये अंग्रेजों की काल कोठरी में आज ही के दिन 30 साल तक कारवास भोगते हुए शहीद हो गये। उनके नाम पर सोनुआ रोड का नाम वीर अर्जुन मार्ग होगा। ताकि आनेवाली पीढ़ी वीरों की शहादत को याद रखे।
[: *ग्राम सभा आयोजित कर कई प्रस्ताव पारित* मौके पर ग्राम सभा आयोजित कर स्वतंत्रता सेनानी वीर महाराजा अर्जुन सिंह के शहीद दिवस पर कई प्रस्ताव पारित किए गये। जिसमें बाल उद्यान का सौन्दर्य यकरण के अलावे चौक का नामकरण ,सड़क मार्ग का नामकरण पर प्रस्ताव पारित किया गया ।
—-+ *श्रधांजलि कार्यक्रम में ये रहे* भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लछ्मण गिलुआ, विधायक प्रतिनिधि जय जगनाथ प्रधान, कार्यक्रम के आयोजक झामुमो नेता दिनेश जेना, भाजपा नेता विवेक कुमार, समाजसेवी सरोज प्रधान, पोड़ाहाट राजपरिवार के सदस्य सह पत्रकार ऋषिकेश सिंह देव, जयकुमार सिंह देव,मनोज सिंह,वरिष्ठ पत्रकार रामगोपाल जेना, प्रताप प्रमाणिक, रवि मोहंती,हीरालाल पंडित, भाजपा नेता राजेश प्रधान,श्रीबत सारंगी, वार्ड पार्षद नीकु सिंह,विहिप नेता गोनू जायसवाल,समाजसेवी अमरेश साहू आदि थे।——-
*इसलिये खास है ये दिन* तीन मार्च 1890। इस तिथि को पोड़ाहाट महाराजा अर्जुन सिंह बनारस जेल में बंदी रहते हुए शहीद हो गए थे। देश के स्वतंत्रता की लड़ाई में उन्हें बनारस जेल में राजबंदी के रूप में 30 साल तक कैद रखा गया था। कैदी के रूप में ही वो शहीद हुए थे। बता दें कि जब पूरे देश मे अंग्रेजो के विरुद्ध गदर 1857 फैला था। ज्यादातर राजा महाराजा अंग्रेज के आगे नतमस्तक होकर गुलामी स्वीकार ली । तब े वीर योद्धा पोड़ाहाट महाराजा अर्जुन सिंह अंग्रेंजो के खिलाफ सिंहभूम की कोल, भील,भुयाँ,भूमिज,गोप आदि जाति के सैनिकों औऱ प्रजा को लेकर लड़ाई जंगल पहाड़ में रहकर लड़ी। दो से तीन साल तक लड़ाई चली। किला,जायदाद सब लूट लिये गये। परिवार विखर गया । इसी बीच अंग्रेजों ने धोखे में रखकर कराईकेला के नकटी में पोड़ाहाट महाराज को गिरफ्तार कर लिया था। और उसी दिन से सिंहभूम में ब्रिटिशराज के विरुद्ध धधकती ज्वाला शांत हो गई। वो राजबंदी बना लिए गए। सारा राजपाट छिन्नभिन्न कर दिया गया। बनारस जेल में राजबंदी के रूप में 30 साल तक घुटन की जिंदगी काल कोठरी में बिता दिया। अंततः बनारस जेल में ही आजाद भारत का सपना लिये वीर योद्धा ने अंतिम सांस लिया। वो लौटकर सिंहभूम नहीं आये। 30 साल सिंहभूम माटी के इज्जत,संम्मान,संस्कार के लिये युवा अवस्था जेल में बिता दिया।