जमशेदपुर
टाटा स्टील के सीईओ व ग्लोबल प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने आज भारत-यूके के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि “हम भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर का स्वागत करते हैं – यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जो व्यापार, निवेश और सहयोग के नए रास्ते खोलती है। यह उपलब्धि दोनों देशों के बीच आर्थिक व रणनीतिक साझेदारी को और मज़बूत करेगी, साथ ही भारत की विनिर्माण महत्वाकांक्षाओं को समय पर बढ़ावा देगी।
मालूम हो कि भारत व ब्रिटेन के बीच कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक एंड ट्रेड एग्रीमेंट (CETA) पर हस्ताक्षर हुए हैं। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत बनाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
*समझौते की मुख्य बातें:*
– *व्यापार बढ़ाना*: CETA का उद्देश्य भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार को बढ़ाना है, जिससे दोनों देशों को आर्थिक लाभ हो।
– *टैरिफ में कटौती*: समझौते के तहत दोनों देशों में टैरिफ में कटौती की जाएगी, जिससे आयात-निर्यात की प्रक्रिया आसान हो जाएगी।
– *निवेश संधि*: दोनों देशों के बीच निवेश संधि पर भी सहमति बनी है, जिसका उद्देश्य निवेश को बढ़ावा देना है।
– *सेवाओं में सहयोग*: समझौते में सेवाओं जैसे कि वित्तीय सेवाएं, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई है.
*लाभ:*
– *भारतीय निर्यात*: समझौते से भारतीय निर्यात में 23 अरब डॉलर का इजाफा हो सकता है, जिसमें टेक्सटाइल, लेदर, फुटवियर, जेम्स एंड ज्वैलरी, टॉयज और मरीन प्रोडक्ट्स जैसे क्षेत्रों में बड़ा बूस्ट मिलेगा।
– *किसानों को लाभ*: समझौते से भारतीय किसानों को यूके के 375 अरब डॉलर के कृषि बाजार तक पहुंच प्राप्त होगी, जिसमें 95% कृषि उत्पादों पर ड्यूटी-फ्री एक्सेस मिलेगा।
– *एमएसएमई को लाभ*: समझौते से एमएसएमई को आईपीआर और जीआई प्रोटेक्शन से ग्लोबल रिकग्निशन मिलेगा, जिससे उन्हें अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार में बेचने में मदद मिलेगी।
*आर्थिक प्रभाव:*
– *व्यापार वृद्धि*: समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार में वृद्धि होगी, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
– *नौकरियों का सृजन*: समझौते से दोनों देशों में नौकरियों का सृजन होगा, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
– *जीडीपी वृद्धि*: समझौते से दोनों देशों की जीडीपी में वृद्धि होगी, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा ¹।