आदिवासी कुड़मियों ने छोड़ा ट्रैक, रेलवे ने की घोषणा, कुस्तैर से खड़गपुर के लिए दौड़ी पहली ट्रेन, 122 घंटे ट्रैक को रखा जाम

जमशेदपुर
आदिवासी कुड़मी समाज द्वारा आहूत रेल रोको आंदोलन अंततः छेवें दिन बाद रविवार की सुबह समाप्त हो गया. कुड़मी नेताओं ने आद्रा रेल मंडल अंतर्गत कुस्तैर रेलवे ट्रैक को सुबह 7.00 बजे खाली किया. इसके बाद 7.10 बजे रेल ट्रैक और 7.30 बजे ओएचई को सम्बंधित विभाग द्वारा फीट करार दिया गया, जिसके बाद कुस्तैर से खड़गपुर के लिए 08015 मेमू ट्रेन को रवाना करते हुए ट्रेन परिचालन शुरू कर दिया गया. इधर, खड़गपुर डिवीजन के खेमासूली से भी सुबह सात बजे आंदोलकारी उठ गए. कुस्तैर में कुड़मी नेता अजीत महतो की अगुवाई में रेल रोको आंदोलन चलाया गया था. दोनों स्टेशनों में आंदोलनकारियों द्वारा आंदोलन समाप्त करने और ट्रेन परिचालन शुरू होने की जानकारी रेलवे ने जारी की है. चक्रधरपुर रेलवे मंडल के वरीय वाणिज्य प्रबंधक मनीष पाठक ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए रेल परिचालन शुरू होने की जानकारी दी है. अब दक्षिण पूर्व रेलवे प्रशासन विभिन्न मार्गों पर ट्रेन चालू करने की तैयारी में जुट गई है. मालूम हो की 20 सितम्बर की सुबह पांच बजे कुड़मी नेताओं ने समाज को एसटी का दर्जा देने की मांग पर रेल ट्रैक जाम कर दिया था. उसके बाद हावड़ा टाटा रेल मार्ग और उधर पुरलिया रेल खंड में परिचालन पूरी तरह ठप हो गया था. रेल यातायात प्रभावित होने से लाखों यात्रियों को तो परेशानी हो ही रही थी. वहीं कई कारोबार भी प्रभावित हो गए थे. शनिवार की दोपहर एक बार रेल परिचालन शुरू होने के आसार मिलने के बाद रेल प्रशासन ने चेन की सांस ली थी, लेकिन आंदोलनकारी नहीं माने थे. उसके बाद प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गई थी. अंततः रविवार की सुबह करीब सात बजे आंदोलनकारियों ने सरकार की शर्त मान ली. जिसके बाद करीब 122 घंटे बाद परिचालन शुरू हो सका.

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