मीडिया से बहुत लगाव है लेकिन गिरावट देखकर तकलीफ होती है-SSP प्रभात

जमशेदपुर 22 जुलाई
टीवीसी (द वायरल कंपनी) की ओर से डेटालीड्स और गूगल न्यूज इनिशिएटिव के सहयोग से शनिवार को होटल अलकोर में फैक्ट चेक एंड विजुअल वेरीफिकेशन वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसका मकसद था पत्रकारों को फेक और रियल न्यूज के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें इस बात के लिए प्रशिक्षित करना था। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे जमशेदपुर के वरीय आरक्षी अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि हम जिस अल्कोर होटल में यह आयोजन कर रहे हैं, यह भी इसी तरह के फेक न्यूज का शिकार हुआ। इस होटल को लेकर जो खबरें चलाई गईं उसका क्या असर और क्या पीड़ा इसके मालिक को हुई होगी यह वही समझ सकते हैं। संयोग से आज वे इस कार्यक्रम में उपस्थित भी हैं। बाद में इस घटना को लेकर सचाई सामने आ गई लेकिन जिस मानसिक प्रताडऩा और पीड़ा से इनको गुजरना पड़ा, उसकी भरपाई कौन कर सकता है। अतएव किसी खबर को चलाने के पहले पत्रकार को उसकी पड़ताल कर लेनी चाहिये।मीडिया के पास जो ताकत है वह किसी दूसरी संस्था के पास नहीं। पत्रकारों को यह समझना होगा कि इस क्षेत्र में अभी इतना घटना अंधकार नहीं छाया है जिसे दूर नहीं किया जा सकता।
कदमा प्रकरण का जिक्र करते हुए एसएसपी ने कहा कि दो महीना पहले यह खबर चली कि बजरंगबली के मंदिर के झंडा में एक काला पालिथिन में गाय का मांस है। इसके बाद क्या हुआ सभी को पता है। कितने ही लोगों की गिरफ्तारी हुई। वे आज भी जेल में हैं। पूरे शहर में अशांति हो गई। वहां के लोगों को चार- पांच दिनों तक घर से बाहर रहना पड़ा। पुलिस वहां चार पांच दिनों तक तैनात रही।किसी ने यह जानने का प्रयास नहीं किया कि उस काले पालिथिन में क्या है? यह नहीं होना चाहिए।
श्री कुमार ने कहा कि मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि मीडिया आज टुलकिट बन गया है। लेकिन आप इस्तेमाल होने के लिये नहीं हैं। परिस्थितियां और मजबूरियां जाहे जो कही जाएं, मीडिया के वृहद आयाम के समक्ष वह बहुत छोटी है। एजेंडा सेट करके कोई काम न हो और न ही किसी न्यूजको एजेंडा के पैमाने पर लाकर उसके साथ खेल किया जाए। एजेंडा पर न्यूज से खेल करने पर आपपर से भरोसा उठता है जो आपकी जिम्मेदारी और महत्व के अनुकूल नहीं है। एसएसपी ने कहा कि यदि मैं भी किसी गलत भावना से कोई निर्णय लेता हूं तो उसे खुलकर सामने लाइये, लेकिन हमेशा इस जिम्मेदारी पर ध्यान रखें कि अगर कोई आपको किसी बात के लिये आब्लाइज नहीं करता है तो उसके विरुद्ध अभियान मत चलाइये।
श्री कुमार ने कहा कि न्यूज में व्यूज नहीं होना चाहिये। पहले अखबारों में न्यूज आया करता था। ओपिनियन के लिये अलग से पन्ना रहता है। आज ब्रेकिंग न्यूज की होड़ मची है जो न्यूज को ही ब्रेक कर दे रहा है। तथ्यों की पड़ताल किये बगैर खबरें चला दी जाती हैं।
श्री कुमार ने कहा कि यहां मेरा उद्देश्य मीडिया की बुराई करना नहीं है। हमारे अंदर भी और पुलिस के सिस्टम में भी बहुत खामियां हैं। लेकिन हमारा उद्देश्यइन खामियों की ओर ध्यान खींचना और उन्हें दुरुस्त करने में सहयोोग करना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मेरी अनुभूति है। मेैं मीडिया का बहुत सम्मान करता हूं। और अखबार पढकर ही अंग्रेजी बोलना और उसका ज्ञान पाने में सहायता ली है। जब कोई किसी से लगाव रखता है और उसमें गिरावट देखता है तो तकलीफ होती है।
एसएसपी प्रभात कुमार ने इस वर्कशॉप की सराहना करते हुए इसे आज नितांत ही आवश्यक बताया.
एसएसपी प्रभात कुमार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम में चमकता आईना के प्रबंध निदेशक ब्रजभूषण सिंह, संपादक जयप्रकाश राय, उदितवाणी के संपादक उदित अग्रवाल, होटल अलकोर के ओनर आर. एस. दुग्गल, वरिष्ठ पत्रकार संजीव भारद्वाज, ब्रजेश सिंह, प्रेस क्लब आफ जमशेदपुर के अध्यक्ष प्रशांत सिंह ‘पुतुल’, महासचिव अंजनी पांडेय और राघवेंद्र शर्मा बतौर अतिथि शामिल हुए.
कार्यक्रम का संचालन टीवीसी की संस्थापक सह डेटालीड्स की मीडिया लिटरेसी ट्रेनर अंतरा बोस ने किया.वहीं टीवीसी की रिसर्च हेड अन्नी अमृता ने टीवीसी टीम के सहयोगियों राजीव कुमार, विश्वजीत कुमार और राज के सहयोग से अतिथियों का स्वागत किया.कार्यक्रम की परिकल्पना अंतरा बोस और अन्नी अमृता की थी.

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