घाटशिला 15 जनवरी (रिपोर्टर): घाटशिला के नए थानेदार विमल किंडो के लिए क्षेत्र में अपराधियों पर लगाम लगाना और पुलिस की छवि को सुधारना बड़ी चुनौती होगी. हाल के दिनो मे क्षेत्र में जहां अपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई वही पुलिस की छवि काफी धूमिल हुई . निलंबित थानेदार सह आरक्षी निरीक्षक शंभू गुप्ता पर हमेशा पैसा उगाही और लोगों की परेशानियों से वास्ता न रखते हुए मनमानी करने का आरोप लगा. ऊपर से कोई कारवाई नहीं होने के कारण आम फरियादी की कोई बिना पैसे की सुनवाई नहीं करते थे. घाटशिला में चंदन के पेड़ की चोरी,बड़ाजुड़ी में डकैती और बनकटी गांव में एक घर से रुपए लूटने के आरोप से पुलिस की छवि बहुत खराब हुई .पिछले दिनों घाटशिला थाना से सटे रंकिनी मंदिर परिसर से चंदन के विशाल पेड़ की चोरी हो गई थी जिसकी कीमत लगभग सोलह से सत्रह लाख रुपए बताई जा रही थी.उक्त घटना पर पुलिस पर मिलीभगत का लोगो ने आरोप लगाया था.इसके खिलाफ लोगों ने सड़क पर उतर कर थाना प्रभारी पर कारवाई की मांग की थी.इस घटना के कुछ दिन बाद बड़ा जुड़ी गांव में डकैती हो गई.इसमें भी पुलिस अपराधियों का सुराग पाने में नाकामयाब साबित हुई थी.3 जनवरी को घाटशिला पुलिस ने बनकटी गांव में ममता महाकुड के घर में रात में गांजा की खोज के नाम पर छापामारी की.उन्हे वहां गांजा नही मिला. घर में शंभू गुप्ता और मुंशी घुसे थे, जबकि अन्य पुलिस कर्मी बाहर घेराबंदी किए हुए थे. उसी दौरान एक पेटी में रखे 2.70 लाख रुपए पर पुलिस की नजर पड़ी तो वे पैसे लेकर चलते बने.ममता महाकुड ने बताया कि वह रुपए अपने पति के इलाज के लिए रखी थी.दूसरे दिन पंचायत प्रतिनिधियों के साथ वह थाना जाकर पैसे लौटाने की मांग की.इस पर थाना प्रभारी ने किसी प्रकार का पैसे लेने से इंकार कर दिया था. 10 जनवरी को कोल्हान के डीआईजी के घाटशिला आने पर ममता और उसके परिवार ने उनसे भेट कर उन्हे सारी जानकारी दी.इसको डीआईजी ने गंभीरता से लिया और तत्काल वरीय आरक्षी अधीक्षक को जांच करने का आदेश दिया.इस पर सहायक आरक्षी अधीक्षक सुमित अग्रवाल ने घाटशिला आ कर मामले की जांच की.जांच में ममता के आरोप सही पाने पर वरीय आरक्षी अधीक्षक ने तत्काल घाटशिला थाना प्रभारी शंभू प्रसाद गुप्ता को सस्पेंड कर दिया और विमल किंडो को उनके स्थान पर थाना प्रभारी का पदभार दिया.नए थाना प्रभारी को अपराधियों पर अंकुश लगाने के साथ साथ लोगो में पुलिस की छवि सुधारने की चुनौती भी है.इसके लिए उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी.अब देखना यह है की वे इसमें कहां तक सफल हो पाते है.