देशभक्ति की अलख जगाने में नमन कर रहा ऐतिहासिक कार्य – शहीदों के स्मृति स्थल निर्माण हेतु नमन को दूँगा जमीन – आरसी

राष्ट्रप्रेम की भावना ह्रदय में रखना व राष्ट्रहित हेतु अपना योगदान देना हर भारतीय का प्रथम कर्तव्य है : काले

नमन ने बैकुंठ शुक्ला की पुण्यतिथि पर उन्हें दी श्रद्धांजलि

जमशेदपुर : शहर की सामाजिक संस्था नमन ने महान क्रांतिकारी बलिदानी शहीद बैकुंठ शुक्ला की पुण्यतिथि पर नमन द्वारा उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की गई इस अवसर पर प्रसिद्ध शिक्षाविद हरिवल्लभ सिंह ‘आरसी’, वरिष्ठ पत्रकार बृजभूषण सिंह, राघवेंद्र शर्मा, विपिन झा, केशव तिवारी, महेंद्र सिंह, आशीष पांडे, मनोज कावांटिया, संतलाल पाठक, सुखविंदर सिंह निक्कु, जसवंत सिंह भौमा, लता सिन्हा, अंकिता सिन्हा, ममता पुष्टि, डी. मणि, लखी कौर,नमिता उपाध्याय,कमलजीत कौर, मिनी सिंह, पुतूल सिंह, हरप्रीत कौर, वंदना नामता, श्रेया सिंह, सहित कई गणमान्यों, महिलाओं एवं सैकड़ों, युवाओं की उपस्थिति में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी l

इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित आरसी जी ने बैकुंठ शुक्ला को अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि – देश को स्वतंत्र कराने में लाखों वीरो ने अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया था, उनके कुर्बानी का परिणाम है कि हम आज आजाद भारत में साँस ले पा रहें हैं, उन्होंने आजादी की जो सौगात हमें सौंपी उसे सहेज कर रखना हम सभी की जिम्मेवारी है, उनके सपनों का जो भारत था उसी भारत का निर्माण हो यह सबका सपना होना चाहिए l साथ ही आरसी जी ने नमन संस्था की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संस्था लोगों में शहीदों के प्रति जागरण और देशप्रेम का जो ज़ज्बा जगा रही है उसके लिए संस्था के सभी सदस्यों का और विशेष कर संस्थापक काले जी का हम सभी लौहनगर के वासी आभार व्यक्त करते हैं , उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है संस्था के कार्य से । इस अवसर उन्होंने देश के लिए शहीद हुए बलिदानियों के लिए ज़मीन देने की घोषणा की और नमन संस्था से अनुरोध किया कि उस जमीन पर स्मृति स्थल का निर्माण करे.
र नमन के संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि आज जब हम देश के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान करने वाले शहीदों को नमन करते है तो हम अपने अंदर एक अद्भुत ऊर्जा एवं शक्ति का अनुभव करते हैं ।
श्री काले ने युवाओं से आह्वान किया की वे अपने अंदर की ताकत एवं स्वाभिमान को पहचानने की कोशिश करें। राष्ट्रहित की भावना ह्रदय में रख राष्ट्रहित हेतु प्रयासरत रहना हर भारतीय का परम कर्तव्य है।
संस्था के संरक्षक बृजभूषण सिंह ने कहा कि – बैकुंठ शुक्ला का भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्पूर्ण योगदान रहा है परंतु इनकी और इनके जैसे हज़ारों शहीदों की कुर्बानी गुमनाम रह गई या कहीं दबी रह गई जरूरत हर शहीद की शहादत उनके विचारों को उनके जीवन की जानने की है उनको सम्मान देने की है और इस दिशा में नमन अपना कार्य निरंतरता के साथ कर रहा है l
इस मौके उपस्थित सभी प्रबुद्ध जनों ने देश की आजादी में बैकुंठ शुक्ला के योगदान को नमन करते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की भुलाया नहीं जा सकता।
कार्यक्रम में संस्था के अमरेंद्र कुमार, नारायण चंद्र महतो, जीवन सिंहदेव, दीपक सिंह, पिंटू साव, कंचन बाग, संतोष यादव, सुबोध मोहंती, रविन्द्र गिल, अनिल शर्मा, कैलाश झा, ललन पांडे, अभिषेक दूबे, मुक्तेश्वर प्रसाद, प्रीतीश शुक्ला, संदीप महतो, विकास गुप्ता, मनोरंजन पुष्टि, एम. प्रशांत, जय मुखी मनीष दास, रवि रंजन सिंह, सौरभ चटर्जी सहित काफी संख्या में युवा शक्ति की उपस्थिति रही . कार्यक्रम का संचालन राजीव कुमार व धन्यवाद ज्ञापन स्वाति मित्रा ने किया

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